कोलकाता, (हि.स.)। बांग्लादेश में लगातार हिंसक हो रहे विरोध प्रदर्शन की वजह से कोलकाता और ढाका के बीच चलने वाली मैत्री एक्सप्रेस की सेवाएं भी बड़े पैमाने पर प्रभावित हुई हैं। बांग्लादेश में हालात इस कदर बिगड़ चुके हैं कि शुक्रवार को कोलकाता से ढाका के लिए रवाना हुई मैत्री एक्सप्रेस में सवार यात्रियों ने बांग्लादेश में किसी भी स्टेशन पर उतरने से मना कर दिया। जबकि अधिकतर यात्री बांग्लादेश के रहने वाले हैं लेकिन उन्होंने इसी ट्रेन से वापस भारत लौटने की बात कह कर ट्रेन से उतरने से इनकार कर दिया।
पूर्व रेलवे और सीमा सुरक्षा बल के दो अलग-अलग सूत्रों ने हिन्दुस्थान समाचार से इसकी पुष्टि की है। पता चला है कि ट्रेन बांग्लादेश से वापस कोलकाता के लिए इन यात्रियों के साथ रवाना हो गई है।
पूर्व रेलवे के प्रवक्ता कौशिक मित्रा ने कहा कि फिलहाल इस बारे में कुछ टिप्पणी नहीं करेंगे। इस मामले पर रेलवे बोर्ड की बैठक चल रही है और इसमें होने वाले फैसले के बारे में मीडिया को बताया जाएगा। सूत्रों के मुताबिक इस ट्रेन में करीब एक हजार से अधिक यात्री हैं। इस पर और अधिक जानकारी का इंतजार किया जा रहा है।
बांग्लादेश के हालात पर भारत की सतर्क नजर
विदेश मंत्रालय ने आज कहा कि बांग्लादेश में आरक्षण के विरोध में जारी असंतोष की स्थिति पर भारत सतर्क नजर बनाए हुए हैं।
विदेश मंत्रालय के प्रवक्ता रणधीर जायसवाल ने यहां साप्ताहिक पत्रकार वार्ता में कहा कि बांग्लादेश में आंतरिक असंतोष के संबंध में विदेश मंत्री एस जयशंकर स्वयं घटनाक्रम पर नजर रखे हुए हैं।
उन्होंने कहा कि पड़ोसी देश में साढ़े आठ हजार विद्यार्थियों सहित 15 हजार भारतीय नागरिक हैं। ये लोग भारत के राजनयिक मिशनों के संपर्क में हैं। ढाका स्थित भारतीय उच्चायोग नागरिकों की सुरक्षा के लिए स्थानीय अधिकारियों के संपर्क में है। हमारी ओर से नागरिकों के लिए सलाह जारी की गई है। साथ ही उनकी सुरक्षा और आवश्यक सहायता के लिए एक हेल्पलाइन 24 घंटे काम कर रही है।
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