बरेली। यूपी के शहर बरेली में 2010 में हुए दंगों के मास्टर माइंड मौलाना तौकीर रजा खां के विवादित ऐलान से हिन्दू समाज में फिर आक्रोश की लहर दौड़ गई है। पवित्र श्रावण मास शुरू होने से ठीक एक दिन 21 जुलाई को सामूहिक इस्लामिक कन्वर्जन के ऐलान से गुस्साए हिन्दू धर्म कार्यक्रम पर रोक लगाए जाने के साथ तौकीर की गिरफ्तारी की मांग पर अड़ गए हैं। हिन्दू संगठनों की ओर से दो टूक कहा गया है कि अगर विवादित कार्यक्रम हुआ तो सड़कों पर उतरकर आंदोलन किया जाएगा। मंगलवार को तौकीर के खिलाफ विरोध प्रदर्शन की घोषणा भी की गई है।
बरेली में इत्ताहादे मिल्लत काउंसिल नाम से पार्टी चलाने वाले मौलाना तौकीर रजा खां आला हजरत खानदान से ताल्लुक रखते हैं और सांप्रदायिक विवादों से उनका पुराना नाता है। बेहद विवादित छवि के कट्टरपंथी मौलाना तौकीर ने सावन मास शुरू होने से ठीक एक दिन पहले बरेली में हिन्दू लड़के-लड़कियों के सामूहिक इस्लामिक कन्वर्जन की घोषणा कर फिर से शहर का माहौल गरमा दिया है। खबर फैलते ही विश्व हिन्दू परिषद, हिन्दू जागरण मंच, बजरंग दल समेत तमाम हिन्दू संगठन मुखर होकर मौलाना तौकीर के विरोध में उतर आए हैं। हिन्दू संगठनों ने एक सुर में कहा है कि मौलाना लव जिहाद को बढ़ावा देने के साथ बरेली के शांत माहौल में जहर घोलने का षडयंत्र कर रहे हैं। इसका हर स्तर पर विरोध किया जाएगा।
अगत्सय मुनि आश्रम बरेली के संचालक पंडित केके शंखधार ने मीडिया को जारी बयान में कहा कि मौलाना तौकीर शुरू से फसादी छवि के रहे हैं और बरेली शहर में हुए दंगे के मास्टर माइंड हैं। इस्लाम में व्याप्त बुराइयों की वजह से मुस्लिम लड़कियां सनातन बगैर किसी लालच और दबाव के स्वेच्छा से धर्म ग्रहण कर रही हैं, जबकि मौलाना लालच-प्रलोभन देकर इस्लामिक कन्वर्जन का षडयंत्र कर रहे हैं। इसे किसी सूरत में बर्दाश्त नहीं किया जाएगा। कौन नहीं जानता कि इस्लाम में महिलाओं की हालत कैसे ही है, जबकि सनातन धर्म में महिलाओं को आजादी एवं उनकी सुरक्षा के बारे में पूरी दुनिया को पता है। सनातनी समाज फसादी मौलाना तौकीर रजा के मंसूबे सफल नहीं होने देगा। आचार्य शंखधार ने मौलाना तौकीर की गिरफ्तारी के साथ उनके प्रस्तावित कार्यक्रम पर बरेली प्रशासन से तत्काल रोक लगाने की मांग की है।
मौलाना तौकीर के ऐलान के विरोध में सर्व देव मंदिर बरेली के महंत पंडित सुशील पाठक ने भी तीखी प्रतिक्रिया दी है। पंडित सुशील ने कहा है कि मौलाना तौकीर बरेली की शांति को भंग करने की साजिश कर रहे हैं। तौकीर हमेशा माहौल खराब करने वाले बयान जारी करते हैं। ऐसे मौलाना के खिलाफ पुलिस-प्रशासन को कड़ी कार्रवाई करनी चाहिए। उन्होंने बरेली प्रशासन से अपील की है कि मौलाना तौकीर रजा के खिलाफ कानूनी कार्रवाई अमर में लाई जाए और उनके प्रस्तावित आयोजन पर तत्काल प्रभाव से रोक लगाई जाए।
हिन्दू जागरण मंच बरेली के जिलाध्यक्ष अरुण फौजी ने मौलाना के ऐलान को लेकर गहरा रोष जताया है। अरुण फौजी ने कहा है कि मौलाना तौकीर बरेली में पहले भी दंगे करा चुके हैं और एक बार वह शांत शहर में झगड़ा कराने का कुत्सित प्रयास कर रहे हैं। उनकी योजना को सफल नहीं होने दिया जाएगा। कट्टरपंथी मौलाना तौकीर रजा द्वारा 21 जुलाई को बरेली के खलील स्कूल में प्रस्तावित हिन्दू लड़कियों के सामूहिक इस्लामिक कन्वर्जन के कार्यक्रम पर प्रशासन ने तुरंत ही रोक नहीं लगाई तो हिन्दू समाज सड़कों पर उतरने को मजबूर होगा। हिंजाम जिलाध्यक्ष फौजी ने बरेली प्रशासन से मौलाना तौकीर पर गंभीर धाराओं में केस दर्ज कर उनकी अविलंब गिरफ्तारी की मांग भी उठाई है।
दूसरी ओर, हिन्दू जागरण मंच और नाथ नगरी बरेली सुरक्षा समूह के पदाधिकारी दुर्गेश गुप्ता ने कहा कि मौलाना तौकीर रजा खां के प्रस्तावित कार्यक्रम पर रोक लगाए जाने की मांग को लेकर उनका संगठन मंगलवार को मैदान में उतरकर विरोध दर्ज कराएगा। संगठन की ओर से डीएम को ज्ञापन देकर मौलाना के खिलाफ कानूनी कार्रवाई के साथ उनके कार्यक्रम पर रोक लगाए जाने की मांग की जाएगी। बता दें कि पिछले साल बरेली में कांवड़ यात्रा के दौरान सांप्रदायिक टकराव की स्थिति बन चुकी हैं। पथराव, फायरिग की घटना तक हुई थी।
हालात नहीं संभाल पाने को लेकर योगी शासन ने बरेली के तत्कालीन एसएसपी प्रभाकर चौधरी का तबादला तक कर दिया था। इस बार 22 जुलाई से पवित्र सावन मास शुरू हो रहा है। बरेली में कांवड़ यात्रा को लेकर जोरदार तैयारियां चल रही हैं। पुलिस-प्रशासन कांवड़ यात्रा के दौरान पुख्ता सुरक्षा इंतजाम करने की कवायद में जुटे हैं। ऐसे संवेदनशील माहौल में कट्टरपंथी मौलाना तौकीर ने हिन्दू लड़के-लड़कियों का सामूहिक कन्वर्जन कार्यक्रम कराने का ऐलान कर दिया है। इससे बरेली के माहौल में विवाद-तनाव की स्थित साफ देखी जा रही है।
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