किसी व्यक्ति को एक ही सांप द्वारा बार-बार काटने या सांप द्वारा किसी व्यक्ति से बदला लेने के लिए उसके पीछे पड़ जाने के बारे में अक्सर किस्से-कहानियों और फिल्मों में देखा-सुना जाता रहा है। ऐसी कहानियों में अक्सर दर्शाया जाता है कि व्यक्ति भले ही एक शहर से कितनी भी दूर दूसरे शहर में क्यों न चला जाए, सांप उसका पीछा करते-करते उसे डसने के लिए वहां भी पहुंच जाता है। कुछ ऐसा ही मामला आजकल सुर्खियों में है उत्तर प्रदेश के फतेहपुर में 24 वर्षीय विकास द्विवेदी नामक युवक का, जिसे सांप काटने की कहानी भी किसी टीवी सीरियल या फिल्मी पटकथा से कम नहीं है। दरअसल युवक का दावा है कि पिछले करीब डेढ़ महीने से सांप उसे बार-बार काट रहा है। उसका दावा यह भी है कि तीसरी बार काटने के बाद सांप ने सपने में उसे कहा था कि वह उसे कुल नौ बार काटेगा, आठ बार तो वह उसके काटने के बाद भी किसी तरह जिंदा बच जाएगा लेकिन नौंवी बार न कोई तांत्रिक और न ही कोई महात्मा उसे बचा पाएगा। विकास का कहना है कि शुरू में तीन बार तो उसने खुद अपनी आंखों से सांप को अपने पास से भागते हुए देखा था, वह फनवाला बड़ा सांप था और रात में सोते समय ही उसके साथ यह घटना होती है। विकास का दावा है कि हर बार सांप के काटने से पहले ही उसे खतरे का आभास हो जाता है और यह अहसास होते ही उसे बेचैनी होने लगती है, बेचैनी बढ़ने के बाद सोने पर सपना आता है और सांप काटने की घटना घटित हो जाती है।
फतेहपुर के मलवां थाना क्षेत्र के सौंरा गांव का विकास एक फैक्टरी में मजदूरी करता है जबकि इसके पिता की औद्योगिक क्षेत्र में चाय की दुकान है। पहली बार 2 जून की रात विकास जब अपने घर पर सोया था तो उसे सांप ने डस लिया था, उसके मुताबिक उसके बाद से यह सिलसिला लगातार चला आ रहा है। उसका दावा है कि सांप के डसने से परेशान होकर वह अपना घर छोड़कर चाचा और मौसी के यहां भी गया लेकिन वहां भी सांप ने उसे डस लिया। उसके अनुसार 11 जुलाई को सांप के डसने का सपना आने के बाद सांप ने उसे सातवीं बार डसा। हैरानी की बात यही है कि जब भी वह सांप के डसने का दावा करता है तो अपने इलाज के लिए फतेहपुर के एक निजी अस्पताल श्रीराम सनेही मेमोरियल हॉस्पिटल में ही भर्ती होता है और हर बार उसका इलाज वही डॉक्टर करता है। हैरानी वाली बात इसलिए भी है कि सांप जब भी विकास को काटता है तो अगल-बगल में सोने वाले परिजन जागते रहते हैं लेकिन इसके बावजूद वहां किसी को सांप दिखाई नहीं देता। वहीं, हर बार उसका इलाज करके उसे ठीक कर देने का दावा करने वाले डॉक्टर जवाहर लाल का कहना है कि हर बार उसे एंटी वेनम इंजेक्शन दिया जाता है, जिससे उसकी जान बच जाती है। हालांकि डा. जवाहर लाल का कहना है कि उन्होंने इसके घर वालों को कहा है कि इसे कहीं बाहर दिखाओ. अच्छे डॉक्टर को दिखाओ लेकिन उन लोगों का विश्वास इसी अस्पताल में ही है, इसलिए वे यहीं आकर इसका इलाज कराते हैं।
फतेहपुर के युवक को सांप द्वारा बार-बार डसे जाने की घटना के बारे में राजस्थान के जोधपुर में सांप पकड़ने वाले के नाम से विख्यात तौहीद अहमद खान का कहना है कि इस घटना के बारे में सुनकर वह स्वयं आश्चर्यचकित है क्योंकि इससे पहले उसने इस तरह की किसी घटना के बारे में नहीं सुना। तौहीद का कहना है कि क्या एक ही सांप विकास को बार-बार डस रहा है, आखिर यह कैसे संभव है? जोधपुर शहर का पूरा सरकारी महकमा सांप पकड़ने के लिए पेशे से दर्जी तौहीद की ही सेवाएं लेता है। तौहीद को करीब पांच साल पहले एक रेस्क्यू के दौरान कोबरा नाग ने डस लिया था, जिसका जहर इतना खतरनाक था कि तौहीद को बचाने के लिए डॉक्टरों की एक पूरी टीम लगी थी और 10 दिनों तक आईसीयू में इलाज के दौरान उसे 48 एंटी वेनम इंजेक्शन लगाए गए थे। इतनी मात्रा में जहर शरीर के अंदर जाने से तौहीद बच तो गया लेकिन उसका पूरा शरीर बेकार हो गया और अब वह ठीक से चल-फिर भी नहीं सकता, उसे कार्डियक अरेस्ट भी आ चुका है। तौहीद का कहना है कि सांप के काटने पर शरीर से जहर तो नहीं निकाला जा सकता लेकिन एंटी वेनम वैक्सीन के माध्यम से शरीर में जहर डालकर शरीर में जहर से लड़ने की ताकत विकसित की जाती है और यदि किसी स्वस्थ्य व्यक्ति को एंटी वेनम इंजेक्शन लगा दिया जाए तो उसकी हालत खराब हो सकती है, उसकी मौत भी हो सकती है। एंटी वेनम तभी काम करता है, जब मरीज के अंदर जहर हो।
हालांकि विकास के परिजनों का कहना है कि वे किसी अनहोनी की आशंका में बुरी तरह डरे-सहमे हुए हैं और तंत्र-मंत्र के जरिये भी युवक को सांप से बचाने की कोशिश कर रहे हैं। वहीं, बार-बार सांप काटने की इस अकल्पनीय और अनोखी घटना के रहस्यों से पर्दा उठाने के लिए अब फतेहपुर प्रशासन भी सक्रिय हो गया है और इस पूरे मामले की जांच के लिए बनाई तीन सदस्यीय कमेटी की रिपोर्ट सामने आने के बाद ही अब यह खुलासा होगा कि आखिर विकास को बार-बार सांप द्वारा काटने का सच क्या है? इस बारे में फतेहपुर के डीएम का कहना है कि अभी तक यह स्पष्ट नहीं है कि युवक को एक ही सांप ने बार-बार काटा है या सात अलग-अलग सांपों ने उसे काटा है। अभी के लिए प्राथमिकता इस बात पर दी जा रही है कि सांप को पकड़कर जंगल में छोड़ दिया जाए और युवक का जल्द से जल्द इलाज किया जाए। वहीं, फतेहपुर के सीएमओ डा. राजीव नयन गिरी के मुताबिक पीड़ित परिवार सांप काटने के बाद हर बार एक विशेष निजी अस्पताल में ही जाता है, ऐसे में सवाल उठ रहा है कि आखिर हर बार विकास को केवल उसी अस्पताल में ही क्यों ले जाया जा रहा है? उनके मुताबिक यदि विकास को सात बार सांप ने काटा है तो उसके शरीर पर सांप द्वारा काटे जाने के सात अलग-अलग निशान भी होने चाहिए।
टिप्पणियाँ