बच्चे को भगवान का रूप माना जाता है। लेकिन तेलंगाना के हैदराबाद में बंदलागुडा में एक मुस्लिम व्यक्ति दिहाड़ी मजदूर आसिफ ने अपनी 18 दिन की बेटी को मात्र 1.5 लाख रुपए में बेच दिया। इस मामले के सामने आते ही पुलिस ने बच्ची को बेचने वाले पिता को गिरफ्तार कर लिया है।
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क्या है पूरा मामला
द न्यू इंडियन एक्सप्रेस की रिपोर्ट के मुताबिक, हैदराबाद के बंदलागुडा में दिहाड़ी मजदूर आसिफ (38) अपने परिवार के साथ रहता था। लेकिन, करीब तीन दिन पहले आसिफ ने अपनी नवजात बच्ची, जो कि केवल 18 दिन की थी, उसे कलबुर्गी के रहने वाली मीनल साद (45) को बेच दिया। बताया जाता है कि मीनल साद नि:संतान थी। इसी कारण उसने आसिफ से उसकी बेटी को खरीद लिया।
हालांकि, बेटी को बेचे जाने के चार दिन बाद आसिफ की बीवी आसमा बेगम ने पुलिस में शिकायत दर्ज कराई। पीड़िता की शिकायत पर बंदलागुडा पुलिस ने इस मामले किशोर न्याय अधिनियम की धारा 81 और 82 समेत अन्य धाराओं के तहत बच्चे के अपहरण और खरीद/बिक्री के केस में मामला दर्ज कर जांच शुरू कर दी।
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पुलिस ने महिला के शौहर को हिरासत में लेकर जब पूछताछ की तो उसने अपना गुनाह कबूल कर लिया। इसको लेकर जानकारी देते हुए एक वरिष्ठ अधिकारी ने कहा कि आरोपी आसिफ ने कहा कि वह अपनी खराब वित्तीय स्थिति से परेशान था। इसी दौरान जब उसे बच्ची के बदले डेढ़ लाख रुपए मिल रहे थे तो उसने इसे स्वीकार कर लिया। पुलिस अधिकारी ने बताया कि आरोपी ने अपनी बीवी को किसी को भी कुछ नहीं बताने के लिए धमकाया था। वहीं बच्चा खरीदने वाले दंपत्ति बच्चा न होने के कारण परेशान थे। इसे देखते हुए साद के रिश्तेदार पाशा ने एक सलाह दी कि वो अवैध तरीके से बच्चा खरीद लें।
इसी के तहत पाशा ने अब्दुल्लापुरमेट में एक बिचौलिया चांद सुल्ताना से संपर्क करने करवाया। इसके बाद सुल्ताना ने आसिफ से संपर्क किया और ये डील करवा दी। बहरहाल पुलिस ने बच्ची को रेस्क्यू करके चार अन्य आरोपियों आसिफ, साद, पाशा और चांद सुल्ताना को गिरफ्तार कर लिया है।
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