कर्नाटक कांग्रेस के नेता और पूर्व मंत्री बी नागेंद्र को 18 जुलाई तक के लिए ईडी की हिरासत में भेज दिया है। एक दिन पहले ही केंद्रीय जांच एजेंसी ने वाल्मीकि निगम घोटाले के मामले में गिरफ्तार किया गया था।
गौरतलब है कि एक दिन पहले वाल्मीकि कार्पोरेशन स्कैम केस में कांग्रेस नेता बी नागेंद्र से प्रवर्तन निदेशालय ने 13 घंटे तक लगातार पूछताछ करने के बाद आखिरकार उन्हें मनी लॉन्ड्रिंग के आरोप में गिरफ्तार कर लिया था। इससे पहले जांच एजेंसी ने इस मामले में कर्नाटक समेत चार राज्यों में छापेमारी की। इस दौरान जांच एजेंसी ने 50 लाख रुपए समेत कुछ दस्तावेजों को भी जब्त किया था।
क्या है इस घोटाले की एबीसीडी
दरअसल, इस मामले का खुलासा तब हुआ, जब निगम के लेखा अधीक्षक चंद्रशेखरन ने 26 मई को आत्महत्या कर ली। मरने से पहले लिखे अपने सुसाइड नोट में उन्होंने निगम के बैंक अकाउंट से गैरकानूनी तरीके से 187 करोड़ रुपए स्थानांतरित किए गए थे। चंद्रशेखरन ने ये भी आरोप लगाया था कि मंत्री ने ही फंड ट्रांसफर करने के लिए मौखिक आदेश दिए थे। इसके बाद निगम के खाते से 187 करोड़ का गबन किया गया।
सुसाइड नोट में चंद्रशेखरन ने निलंबित प्रबंध निदेशक जेजी पद्मनाभ, लेखा अधिकारी परशुराम जी. दुरुगनवर और यूनियन बैंक आफ इंडिया की मुख्य प्रबंधक सुचिस्मिता रावल के भी इसमें शामिल होने का आरोप लगाया था। उन्होंने अपने वरिष्ठ अधिकारियों पर भी पर 87 करोड़ रुपए के घोटाले का आरोप भी लगाया है।
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