कवर्धा /रायपुर, (हि.स.)। छत्तीसगढ़ के बहुचर्चित साधराम हत्याकांड में पुलिस को नए सबूत मिले हैं। इसमें आतंकी कनेक्शन होने की जानकारी सामने आई है। कवर्धा के लालपुर में 20-21 जनवरी 2024 की रात गौ सेवक साधराम यादव की छह आरोपितों ने गला रेतकर हत्या कर दी थी। राजनांदगांव रेंज के आईजी दीपक झा ने कहा कि इस मामले में आतंकी संगठन की गतिविधियों का सबूत मिला है। पूरे मामले की जांच कराई जा रही है। इस मामले में पुलिस ने एक नाबालिग सहित छह आरोपितों को पकड़ा है।
पुलिस ने आरोपितों के मोबाइल फोन को फारेंसिक जांच के लिए भेजा था। एक टूटे मोबाइल में पुलिस को संदिग्ध वर्दीधारियों की फोटो और वीडियो मिली है। राजनांदगांव रेंज के आईजी दीपक झा ने इस बात की पुष्टि की है। मामले की जांच एनआईए भी कर रही है।
कवर्धा (कबीरधाम) के एसपी अभिषेक पल्लव ने शुक्रवार को बताया कि फोन की फॉरेंसिक रिपोर्ट में पता चला है कि आरोपितों ने कश्मीर के कुख्यात संदिग्ध वर्दीधारी लोगों से बातचीत की थी। उनके फोटो और वीडियो भी मिले हैं। संदिग्ध लोगों के साथ आरोपित लगातार संपर्क में थे और देशद्रोही बातें की जा रही थीं। कहीं न कहीं इनके आतंकियों के स्लीपर सेल के तौर पर काम करने की बात सामने आ रही है। आरोपित लगातार कश्मीर, उत्तर प्रदेश, महाराष्ट्र और केरल भी घूम रहे थे। इस दौरान आरोपित एंटी नेशनल एलिमेंट के कॉन्टैक्ट में थे। अभी और जानकारी सामने आएंगी। इससे जुड़े कई सबूत भी मिले हैं। कोर्ट में 17 जुलाई से पहले चालान पेश किया जाएगा। हत्या और आतंकी हमले के एंगल को लेकर जांच की जा रही है। पुलिस साधराम हत्याकांड में पहले ही आतंकी गतिविधियों की संलिप्तता पाए जाने पर धारा 16 यूएपीए के अंतर्गत अपराध दर्ज कर चुकी है ।
राजनांदगांव रेंज के आईजी दीपक झा ने कहा कि इस मामले में आतंकी संगठन की गतिविधियों का सबूत मिला है। पूरे मामले की जांच कराई जा रही है।
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