नई दिल्ली, (हि.स.)। भारत में बच्चों की बढ़ती आत्महत्या की प्रवृत्ति पर चीफ जस्टिस डीवाई चंद्रचूड़ ने चिंता जाहिर की है। चीफ जस्टिस ने भारत में आत्महत्या की रोकथाम के लिए केंद्रीय स्वास्थ्य मंत्रालय की ओर से किए जा रहे प्रयासों को लेकर हलफनामा दाखिल करने का आदेश दिया।
सुनवाई के दौरान चीफ जस्टिस ने कहा कि बच्चों की आत्महत्या बहुत ही गंभीर सामाजिक मुद्दा है। दरअसल, वकील गौरव बंसल ने सुप्रीम कोर्ट में याचिका दाखिल करके बच्चों के बीच बढ़ती आत्महत्या की प्रवृत्ति के लिए चिंता जताई। उन्होंने दिल्ली पुलिस के आरटीआई जवाब का हवाला देते हुए कहा कि साल 2014 से 2018 के बीच दिल्ली में 18 वर्ष से कम आयु के 400 से अधिक छात्रों ने आत्महत्या की है।
नेशनल क्राइम रिकार्ड ब्यूरो (NCRB) की इस साल अप्रैल में जारी रिपोर्ट के मुताबिक वर्ष 2022 में भारत में 1.71 लाख लोगों ने आत्महत्या की थी।
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