नई दिल्ली में पाकिस्तान स्थित उच्चायोग के प्रभारी डी’अफेयर्स साद अहमद वराइच के आधिकारिक आवास पर काम करने वाले पाकिस्तानी नागरिक और रसोइए मिन्हाज हुसैन पर एक भारतीय महिला के साथ यौन उत्पीड़न करने का आरोप लगा है। पीड़िता वराइच के आवास पर ही घरेलू सहायिका के तौर पर काम कर रही थी।
इसे भी पढे़ं : कमांडर नासिर की मौत से बौखलाया हिजबुल्लाह, इजरायल पर एक घंटे में दागे 200 रॉकेट, सोनिक बूम की गूंज से सहमा लेबनान
क्या है पूरा मामला
न्यूज 18 की रिपोर्ट के मुताबिक, पीड़िता पाकिस्तानी उच्चायोग के प्रभारी के तिलक मार्ग स्थित घर के सर्वेंट क्वार्टर में रही रही थी। बताया जाता है कि विधवा होने के कारण पीड़ित भारतीय महिला अपने बच्चों के भरण-पोषण के खातिर वहां पर काम कर रही थी। इसी वर्ष फरवरी के माह में पाकिस्तान से मिन्हाज हुसैन वापस आया तो उसे भी वहीं सर्वेंट क्वार्टर में रख दिया गया। सर्वेंट क्वार्टर में भारतीय महिला को अकेला रहता देख मिन्हाज ने पीड़िता का यौन शोषण करने की कोशिशें की।
वह बार-बार पीड़िता पर ‘सेक्स’ करने के लिए दबाव बना रहा था। हर दिन वह पीड़िता के साथ छेड़छाड़ करने के साथ ही उसे उसे अश्लील इशारे भी करता था। रिपोर्ट में सूत्रों के हवाले से दावा किया गया है कि छेड़छाड़ के आजिज आकर पीड़िता ने 54 वर्षीय मिन्हाज के खिलाफ वराइच से शिकायत की। लेकिन, चालाकी दिखाते हुए वराइच ने आरोपी मिन्हाज को बकरीद के बहाने से वापस पाकिस्तान भेज दिया।
इसे भी पढ़ें: ब्रिटेन : आम चुनाव में कीर स्टार्मर की पार्टी ने हासिल की बड़ी जीत, ऋषि सुनक को झटका, स्वीकार की हार
पीड़िता ने दर्ज कराई एफआईआर
इस बीच पाकिस्तान से वापस आने के बाद मिन्हाज हुसैन को एक बार फिर से वराइच के ही आवास पर रहने लगा। उसने फिर से वही हरकतें शुरू कर दी। प्रताड़ना से तंग पीड़िता ने 28 जून, 2024 को तिलक मार्ग स्थित पुलिस स्टेशन पहुंच गई। वहां उसने आरोपी मिन्हाज के खिलाफ इंडियन पीनल कोड की धारा 354 के तहत केस दर्ज करा दिया। जैसे ही इसकी खबर वराइच को लगी तो उसने महिला को 30 जून तक नौकरी छोड़ने का आदेश दिया।
वहीं जैसे ही पाकिस्तानी उच्चायोग ने मिन्हाज के खिलाफ केस दर्ज होते हुए देखा तो चुपचाप 30 जून को उसे वापस पाकिस्तान भेज दिया।
टिप्पणियाँ