ब्रिटेन में आम चुनाव हो रहे हैं। वहां हिन्दुओं की एक बड़ी आबादी निवास करती है। ऐसे में इस बार वहां के चुनावों में हिन्दुओं के मुद्दे बड़ा चुनावी मुद्दा है। प्रधानमंत्री ऋषि सुनक की कंजर्वेटिव पार्टी की कैंडिडेट हैं डॉ रेवा गुडी, जो कि श्रीमद्भगवद गीता को अपनी प्रेरणा का स्रोत बताया है।
डॉ रेवा ने कहा कि धर्म (धार्मिकता), सेवा (सेवा), अहिंसा (अहिंसा) के सिद्धांत राजनीति के प्रति मेरे दृष्टिकोण का अभिन्न अंग हैं। उन्होंने कहा कि वो समावेश की शक्ति में विश्वास करती है। अपने एक प्रचार के दौरान कहा था कि विश्वास और संस्कार मेरे पूरे जीवन में एक मार्गदर्शक शक्ति रहे हैं।
गीता से मिला आगे बढ़ने की शक्ति
डॉ रेवा गुडी, जो कि श्रीमद्भगवद गीता को अपनी प्रेरणा मानती हैं, उनका कहना है कि अक्सर एक साथ राजनीति में कई उतार-चढ़ाव आते हैं, जिसमें मुझे कई लोगों और कई प्रकार की परिस्थितियों से निपटना पड़ता है। वह डॉ रेवा कहती हैं कि भगवद्गीता हमें अहंकार को त्यागने-वैराग्य और कर्म के फल की इच्छा के बिना ही सेवा करने पर जोर देता है। गीता के इसी संदेश ने मुझे राजनीति की इस यात्रा में आगे बढ़ने पर जोर दिया है।
कौन हैं रेवा गुडी
गौरतलब है कि ब्रिटेन के वेस्ट लंदन स्थित हिलिंगडन में डॉ रेवा गुडी रहती हैं। वह मूल रूप से तो भारतीय हैं, लेकिन उनका जन्म उत्तरी लंदन के बार्नेट में हुआ था। वह हिलिंगडन में वह 2016 से अपने पति और बच्चों के साथ रह रही थीं। वह पिछले 20 सालों से NHS की सामान्य शिक्षक हैं। उनका कहना है कि अगर वो सांसद बनती हैं तो वह समुदाय में ठोस बदलाव लाने की कोशिशें करेंगी।
डॉ रेवा कहती हैं कि मैं सांसद बनने के बाद अपराध के प्रति सख्त रहूंगी और सार्थक समाधान निकालने के लिए विभिन्न एजेंसियों और संगठनों के साथ मिलकर काम करूंगी।
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