बरेली। मुस्लिम महिला के कहने पर शादी के लिए इस्लाम ग्रहण करने वाले शख्स की बेटी मुस्कान सैफी ने घर वापसी कर ली है। दिल्ली की रहने वाली मुस्कान सैफी ने बरेली में हिन्दू धर्म ग्रहण कर लिया है और वैदिक रीति रिवाज से अपने दोस्त कमल किशोर के साथ विवाह के पवित्र बंधन में बंध गई है। मुस्कान ने कट्टरपंथी मां से खुद को खतरा बताया है।
बरेली पहुंचकर घर वापसी करने वाली मुस्कान सैफी दिल्ली के संगम विहार इलाके की रहने वाली है। बरेली के अगस्त्य मुनि आश्रम में उसने बालिग होने के साक्ष्य पेश करते हुए हिन्दू धर्म अपनाने की इच्छा जताई। जिसके बाद आश्रम के आचार्य पंडित केके शंखधार ने शुद्धिकरण के बाद उसकी सनातन धर्म में वापसी कराई। मंत्रोच्चार के बीच मुस्कान का विवाह बरेली में इज्जतनगर के रहने वाले कमल किशोर के साथ संपन्न हुआ।
मुस्कान ने बताया कि दिल्ली की फैक्ट्री में साथ काम करते हुए उनकी दोस्ती प्रगाढ़ हुई और एक-दूसरे के साथ जीने का फैसला कर लिया। 10वीं तक पढ़ी लिखी मुस्कान की मां मुस्लिम है। पिता पहले हिन्दू था, लेकिन मुस्लिम महिला कहने पर शादी के लिए इस्लाम ग्रहण कर लिया था। मुस्कान ने कहा कि उसे शुरू से इस्लाम पसंद नहीं था। सनातन संस्कार उससे अच्छे लगते थे और वह घर वापसी करना चाहती थी। वह मंदिर जाती थी तो मुस्लिम मां विरोध करती थी और उस पर तरह-तरह से प्रतिबंध लगा रखे थे। बालिग होने के बाद अब वह जीवन के फैसले खुद लेने में सक्षम है, इसलिए स्वेच्छा से सनातन धर्म अपनाकर दोस्त कमल किशोरी की जीवन संगिनी बन गई है। उसे डर है कि कट्टरपंथी मां व परिवार उसे नुकसान पहुंचा सकते हैं।
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