शनिवार की रात को हर उस भारतीय की आंखें खुशी से छलक आई होंगी, जब भारत ने टी-20 विश्वकप फाइनल के महामुकाबले में दक्षिण अफ्रीका को हराकर एक बार फिर से इतिहास रच दिया। लेकिन इस दौरान केसिंग्टन के ओवल मैदान के एक व्यक्ति अपनी आंखों में आंसू लिए अपनी भावना को व्यक्त करने की कोशिशें कर रहा था। ये आंसू गम नहीं, बल्कि खुशी के थे, जो 13 साल इंतजार करने के बाद मिला। उस शख्स का नाम है रोहित शर्मा। जी हां भारतीय टीम के कप्तान रोहित शर्मा।
जैसे ही आखिरी गेंद फेंकी गई, रोहित अपनी खुशी में रो पड़े और जमीन पर बैठ गए। वो डेक को थपथपाते देखे गए। 37 वर्षीय रोहित शर्मा की खुशी मैच के बाद मैदान पर पहुंचे और बारबाडोस की पिच पर बैठ गए। उन्होंने वहां की एक चुटकी मिट्टी उठाई और उसे सम्मान के तौर पर अपने मुंह में डाल लिया। इसके बाद भावुक भारतीय कप्तान ने धरती माता को नमन किया। इंटरनेशनल क्रिकेट काउंसिल ने उनका ये वीडियो भी शेयर किया। वहीं उन्होंने हार्दिक पांड्या के माथे को भी चूम लिया।
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इस विश्व कप की जीत के साथ भारत इंग्लैंड और वेस्टइंडीज के बाद 2 बार टी-20 वर्ल्ड कप जीतने वाला तीसरा देश बन गया है। टी20 विश्व कप के सभी 9 संस्करणों में खेलने वाले रोहित ने टीम को गौरव दिलाने के बाद इस प्रारूप से संन्यास भी ले लिया है। रोहिता शर्मा ने कहा कि मेरा एक मात्र सपना विश्वकप जीतना था। उल्लेखनीय है कि इससे पहले वर्ष 2007 में महेंद्र सिंह धोनी की कप्तानी में भारतीय टीम ने पाकिस्तान को 5 रनों से मात देकर टी-20 वर्ल्ड कप जीता था।
बता दें कि पहले खेलते हुए भारत ने 20 ओवर में सात विकेट खोकर 176 रन बनाए। टी 20 क्रिकेट के फाइनल में यह भारत का अब तक का सबसे बड़ा स्कोर है। फाइनल में विराट कोहली का बल्ला गरजा। विराट नें 56 गेंदों में शानदार 76 रनों की पारी खेली। रोहित शर्मा के जल्द आउट हो जाने के बाद कोहली ने भारत को सम्मानजनक स्कोर तक पहुंचाया। अक्षर पटेल ने स्कोर को 170 के पार ले जाने में सहयोग किया। बाद में भारतीय गेंदबाजों ने शुरुआत में साउथ अफ्रीका को दबाव में ला दिया, लेकिन आखिरी ओवरों में हाइनरिक क्लासन ने अफ्रीका को गेम में ला दिया। उन्होंने धुंआधार पारी खेली। दक्षिण अफ्रीका की टीम 20 ओवर में 169 रन ही बना सकी।
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