इंदौर, (हि.स.)। शहर में मुस्लिम समुदाय के करीब 35 लोगों ने इस्लाम त्याग कर घर वापसी की है। उन्होंने सनातन धर्म अपना लिया है। आयोजन शुक्रवार को स्थानीय खजराना गणेश मंदिर में हुआ। इसके लिए विधि-विधान से खजराना गणेश मंदिर में पूजन-पाठ और हवन किया गया। वैदिक पद्धति से सभी का शुद्धिकरण कराया गया। सनातन से प्रभावित होकर इन लोगों ने हिंदू धर्म अपनाया है।
जानकारी के अनुसार कानूनन धर्म परिवर्तन के लिए इन लोगों ने इंदौर कलेक्टरेट में आवेदन दिया था। इसके बाद यह आयोजन किया गया। एडवोकेट अनिल नायडू और राहुल राठौर ने इसकी पुष्टि की है। इन सभी लोगों ने विश्व हिन्दू परिषद मालवा प्रांत के प्रमुख संतोष शर्मा के नेतृत्व में इस्लाम छोड़ कर हिन्दू धर्म अपनाया है। इनमें से रोहित पहले हिन्दू थे। उन्होंने कुछ समय पहले इस्लाम अपना लिया था। अब उन्होंने घर वापसी की है।
संतोष शर्मा ने कहा कि धर्मांतरण कर रहे सभी लोगों की घर वापसी हो रही है। इस्लाम छोड़ इन्होंने हिंदू धर्म अपनाया है। मंदिर में हिंदू धर्म अपनाने के लिए अभी और भी लोग पहुंच रहे हैं। ये सभी इंदौर और आसपास के इलाकों में रहने वाले हैं। सभी के बारे में कलेक्टरेट कार्यालय में शपथ पत्र दे दिया है। इनमें इंदौर, देवास, सांवेर और अन्य जिलों के लोग शामिल हैं। सबसे ज्यादा 12-13 लोग इंदौर के हैं। महिला-पुरुषों की संख्या बराबर है। उन्हें अपने मजहब के कट्टरपंथी कानून का पालन करने में दिक्कत आ रही थी। खासकर हलाला और तीन तलाक इन्हें पसंद नहीं था। सनातन में कोई कट्टरपंथी नहीं है।
सनातन धर्म अपनाने के बाद रखे हिंदू नाम
सनातन धर्म अपनाने के बाद इन लोगों का नया नामकरण किया गया है। इनमें जमीन बी (58) अब जमना बाई, नीलोफर शेख (34) अब निकिता, अक्षा शेख (34) अब आकांक्षा, रज्जाक अब रोहित, अंजुम शाह अब आरती, अबरार अब अभिषेक, मुबारिक अब मनीष, रहमान अब हीरालाल, रईस अब राजू, रईस खान अब अर्पित, सुरया बी अब पूजा, मेहरु बी अब ममता, कालू खां अब करुलाल, रुकैया अब रुक्मणि, जरीना बी अब जानवी, जाकिर अब राहुल, रजिया अब रानी, शमीम शाह अब शानू, राबिया बी अब लाली, सलमा बी अब सरिता, रफीक मोहम्मद अब राहुल, राबिया बी अब रंजना, अल्फिया अब आशु के नाम से पहचानी जाएंगी।
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