सनातन धर्म की सबसे बड़ी खूबसूरती यही है, जो भी इसके बारे में जानने की कोशिशें करता है वो बस इसी का होकर रह जाता है। मध्य प्रदेश का उज्जैन तो वैसे भी महाकाल यानि कि भगवान शिव की भूमि है। यहीं की रहने वाली तलाकशुदा मुस्लिम महिला फराहनाज ने अपनी 10 वर्षीय बेटी के साथ सनातन धर्म में घर वापसी कर ली। इसी के साथ उन्होंने अपना नाम बदलकर सोनाक्षी रख लिया है।
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क्या है पूरा मामला
गौरतलब है कि उज्जैन की रहने वाली फराहनाज शादी शुदा थीं, लेकिन कुछ वर्ष पहले ही उन्हें उनके शौहर ने तलाक दे दिया था। करीब तीन वर्ष पहले उज्जैन के ही ऑटो चालक अनिकेत से फराहनाज की जान पहचान हुई। धीरे-धीरे ये जान-पहचान दोस्ती में बदल गई। कुछ वक्त साथ बीता औऱ दोनों में प्यार पनपा।
अब दोनों ने शादी करने की कसम खाई। इसी को ध्यान में रखते हुए दोनों उज्जैन स्थित एक आश्रम में गए और वहां के संत से पूरी बात बताई और शादी करने की इच्छा व्यक्त की। इसके बाद वहां के संत की मदद से फराहनाज ने बेटी के साथ सनातन धर्म में घर वापसी कर ली। मां ने अपना नाम सोनाक्षी चौबे रख लिया। बाद में मंदिर में ही दोनों ने शादी कर ली। अनिकेत ने सोनाक्षी की बेटी को बेटी के तौर पर स्वीकार कर लिया।
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आश्रम के संत ने बताया कि दोनों उज्जैन के रहने वाले हैं। घर वापसी को लेकर महामंडलेश्वर सुमनानंद गिरि महाराज ने कहा कि सनातन धर्म में सभी के लिए दरवाजे खुले हुए हैं। सनातन में ही संस्कार हैं, जिसे पूरी दुनिया स्वीकार कर रही है। बहरहाल विवाह के बाद दंपति ने नोटरी कराकर मैरिज को रजिस्टर करवाकर उसके प्रमाणपत्र को भी हासिल कर लिया है।
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