जगदलपुर, (हि.स.)जिले के बस्तर थाना क्षेत्र अंतर्गत ग्राम पाथरी में दो वनवासी परिवारों ने ईसाई मत त्यागकर अपने मूल धर्म में वापसी की है। घर वापसी में 6 गांव के पुजारी, गायता, सीरहा, नाईक, पाइक की उपस्थिति में जनजातीय समाज के रीति रिवाज से ग्राम देवी-देवताओं को मानने का संकल्प लिया। मूल धर्म में फिर से वापसी करने वाले परिवारों ने बताया कि किसी कारणवश दोनों परिवार के पांच सदस्यों ने पांच साल पहले इसाई मत अपना लिया था। आज शुक्रवार को बड़ी संख्या में ग्रामीणों के समक्ष ग्राम देवी देवताओं की पूजा अर्चना कर मूल धर्म में वापसी की।
सुकू पिता कोदू, सुदनी पति सुकू, लक्ष्मी पिता सुकू एवं कपूर पिता सुखमन, कारी पति सुखमन इसाई मत के रीति रिवाज को मानने लगे थे। ग्रामीणों के समक्ष इन्होंने अपने मूल धर्म में लौटने की इच्छा जताई। इस पर गांव के प्रमुख लोगों की उपस्थिति में वनवासी रीति रिवाज परंपरा अनुसार ग्राम देवी देवताओं की पूजा अर्चना कर दोनों परिवार को मूल धर्म में वापसी कराई गई। ग्राम पुजारी के द्वारा शुद्धिकरण कर दोनों परिवार के सदस्यों को ग्राम देवी देवता को मानने का संकल्प दिलाया गया।
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