‘मुसलमानों का किसी पार्टी विशेष को वोट नहीं देने का निर्णय के पीछे का असली मकसद सनातन धर्म को नष्ट करने और गजवा ए हिन्द की स्थापना करना है।’ यह कहना है केंद्रीय मंत्री गिरिराज सिंह का। उन्होंने इस बात को स्वीकार किया कि इस चुनाव में मुस्लिम समुदाय ने उन्हें भी पूरी तरह से नजरअंदाज किया और वोट नहीं दिया।
केंद्रीय मंत्री ने कहा कि समाज के सभी वर्गों को लाभ पहुंचाने की विभिन्न राज्य और केंद्रीय योजनाओं के बावजूद इस चुनाव में ऐसा देखने को मिला है कि मुस्लिम लगातार उन्हें वोट देने से बचते दिखे। केंद्रीय मंत्री ने इसे भारत की एकता और अखंडता को अस्थिर करने की बड़ी कोशिश माना। इसके साथ ही उन्होंने सीतामढ़ी से जेडीयू के सांसद देवेश चंद्र ठाकुर के उस बयान का भी समर्थन किया, जिसमें उन्होंने स्पष्ट कहा था कि वे मुसलमानों और यादवों के लिए काम नहीं करेंगे, क्योंकि उन्होंने उन्हें वोट नहीं दिया है।
क्या है पूरा मामला
मामला कुछ यूं है कि 18 जून को पत्रकारों ने केंद्रीय मंत्री से सवाल किया कि क्या वो देवेश ठाकुर के बयान का समर्थन करते हैं। इस पर वो कहते हैं कि एक व्यक्ति जो कई सालों तक एमएलसी रहे और लोगों के लिए लंबे वक्त से काम करते रहे लेकिन उनका दिल टूट गया। उल्लेखनीय है कि सीतामढ़ी से सांसद देवेश ठाकुर 17 जून को एक कार्यक्रम में बोल रहे थे। उसी दौरान उन्होंने कह दिया कि वो यादव औऱ मुस्लिमों के कार्यों को नहीं करेंगे। अगर वे उनके पास आना चाहते हैं तो आएं और चाय बिस्कुट खाकर चले जाएं। उनके इस बयान की काफी आलोचना भी हो रही है, लेकिन अब केंद्रीय मंत्री गिरिराज सिंह ने उनका समर्थन किया है।
वहीं इस मामले पर विवाद बढ़ने के बाद जेडीयू सांसद देवेश ठाकुर ने अपने बयान पर कहा था कि मैंने लगातार काम किया, लेकिन उसके बाद भी जब वोट नहीं मिले तो इसके लिए मैंने अपनी भावनाएं व्यक्त की थी। मुझे मेरे काम के बदले समर्थन की उम्मीद थी। हालांकि, मैं पहले भी धर्म निरपेक्ष था और अब भी हूं।
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