अंतरराष्ट्रीय योग दिवस के मौके पर तिब्बत से लगे सीमांत तीर्थ क्षेत्र आदि कैलाश में पार्वती सरोवर के किनारे आज योग दिवस की रौनक रही। सीएम पुष्कर धामी ने विशेष रूप से इस स्थल को चुना और यहां आईटीबीपी बीआरओ स्थानीय जनजाति के निवासियों के साथ योग किया।
करीब 5385 फुट की ऊंचाई पर पार्वती ताल के सामने करीब 18 हजार फुट ऊंचे, आदि कैलाश पर्वत को भगवान शिव की धरती माना जाता है। पिछले साल यहां तक सड़क बन जाने पीएम मोदी ने आकर भगवान शिव की आराधना की थी। इसके बाद से यहां तीर्थ यात्रियों का आना शुरू हो गया है।
विश्व के सबसे बड़े योगी शिव की धरती पर पहुंच कर सीएम धामी ने योग किया साथ ही साथ दुनिया भर के शिव भक्तों को व्यास घाटी आकर आदि कैलाश के दर्शन करने का निमंत्रण भी दिया। योग दिवस पर सीएम धामी ने सीमांत जनजाति के लोगों को इस क्षेत्र को प्राकृतिक रूप से, सांस्कृतिक रूप से, धार्मिक और आध्यात्मिक रूप से संरक्षित करने और आने वाले श्रद्धालुओं के लिए अतिथि देवो भव: के रूप में स्वागत करने का अनुरोध किया।
श्री धामी ने स्थानीय उत्पादों को बढ़ावा, होम स्टे योजना में लोगों को ज्यादा से ज्यादा भागीदारी की अपील करते हुए कहा कि आने वाले समय ने यहां व्यास घाटी में तीर्थ यात्रियों के संख्या में वृद्धि होगी। सीएम धामी का आईटीबीपी और बीआरओ के अधिकारियों ने स्वागत किया, श्री धामी ने अधिकारियों और जवानों के साथ जलपान भी किया और उनसे बातचीत भी की। उन्होंने कहा कि सीमांत क्षेत्र में वाइब्रेंट विलेज की कल्पना साकार हो रही है गुंजी जैसे गांव राष्ट्रीय क्षितिज पर दिखाई दे रहे हैं।
कुंती के गांव कुटी के लोगों के बीच सीएम धामी ने रात्रि विश्राम भी किया और स्थानीय लोगों की संस्कृति के साथ रूबरू भी हुए। मीडिया से बातचीत में श्री धामी ने कहा कि पीएम मोदी ने आखिरी गांवों को अब देश का पहला गांव घोषित किया है। मोदी विजन से ही ये गांव फिर से आबाद हो रहे हैं और व्यास घाटी में आदि कैलाश, ॐ पर्वत, कैलाश दर्शन, काली मंदिर, व्यास गुफा आदि तीर्थ स्थलों के लिए हजारों श्रद्धालु हर साल यहां आने वाले है। उन्होंने कहा कि उत्तराखंड योग की आध्यात्मिक राजधानी है, ऋषि मुनियों द्वारा शुरू किया गया योग अब दुनियां भर ने अपना लिया है। योग शरीर को स्वस्थ्य और निरोग रखता है।
श्री धामी ने कहा कि योग साधक शिव की धरती आदि कैलाश से आज हमने योग करके तीर्थ यात्रियों को व्यास घाटी आने का निमंत्रण दिया है। सीएम ने कहा पीएम मोदी ने श्रीनगर से योग साधना करके दुनिया को ये बताया कि कश्मीर में भी आप आ कर योग साधना कर सकते है। पीएम मोदी ने कश्मीर में योग के जरिए शांति स्थापित होने का भी संदेश दिया है।
इस अवसर पर उत्तराखंड के कुमायूं डिविजन के प्रशासनिक अधिकारीगण भी योग साधना में शामिल हुए। उत्तराखंड के सभी तेरह जिलों में योग दिवस पर शिविर लगाए गए, स्वयंसेवी संस्थाओं और गैर सरकारी संस्थाओं ने आज स्थान स्थान पर योग दिवस मनाया।
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