गुजरात

गुजरात में अब घरों की छत पर लगेगी पवनचक्की, पांच शहरों में होगा पायलट प्रोजेक्ट

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सोनल अनडकट

कर्णावती: सोलर पैनल की तरह अब गुजरात के हर घर की छत पर पवनचक्की (विंडमिल) भी देखने को मिलेगी। राज्य के विद्युत विभाग की तरफ से इसके लिए प्रयास शुरू किए गए हैं। जिसके तहत पांच शहरों में पायलट प्रोजेक्ट शुरू किया जाएगा। गुजरात में पहली बार घरों पर विंडमिल लगाने का प्रयोग किया जा रहा है।

देशभर में सबसे ज्यादा सौर ऊर्जा का उत्पादन करने वाला गुजरात अब घरों की छत पर विंडमिल लगाने की दिशा में अनुसंधान करने जा रहा है। लोगों के घरों की छत पर विंडमिल लगाने के लिए राज्य सरकार की तरफ से पायलट प्रोजेक्ट शुरू किया जाएगा। जिसके लिए टेंडर प्रक्रिया की जिम्मेदारी दक्षिण गुजरात विज कंपनी लिमिटेड-DGVCL को दी गई है।

पांच शहरों में होगा पायलट प्रोजेक्ट

गुजरात में फिलहाल 11,823 मेगावोट विंडमिल लगाइ गई है। यह विंडमिल या तो खुले मैदानों में या फिर खेतों में लगाई गई है। लेकिन अब सोलर पैनल की तरह घर या ऑफिस के छत पर विंडमिल लगाए जाने की दिशा में अनुसंधान शुरू किया जाएगा। DGVCL पांच शहरों सूरत, बड़ौदा, राजकोट , भावनगर और पोरबंदर में लोगों के घर की छत पर विंडमिल लगाकर उसके डाटा का अध्ययन करेगा। किस शहर में कितनी हवा चलती है इसका अध्ययन किया जाएगा। शहर के घरों की छत पर विंडमिल रखी जा सकती है या नहीं इसका भी अध्ययन किया जाएगा। अगले दो साल तक इस डाटा का अध्ययन किया जायेगा। अध्ययन के बाद मिले परिणाम के बाद उसका कार्यान्वन होगा।

किस वजह से विंडमिल लगाई जाएगी

रिन्यूएबल एनर्जी के उपयोग को बढ़ावा देने के लिए घरों पर विंडमिल लगाने का पायलट प्रोजेक्ट शुरू किया जा रहा है। गुजरात में सोलर पैनल के मामले में लोगों में जागरूकता बढ़ी है लेकिन कुछ घरों में टेरेस छोटी होने की वजह से जरूरत के हिसाब से सोलर पैनल फिट नहीं हो सकती थी। ऐसे में सोलर पैनल की जगह विंडमिल लगाकर ग्रीन एनर्जी का उपयोग किया जा सके इसलिए घरों पर विंडमिल लगाने का पायलट प्रोजेक्ट शुरू किया जायेगा।

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