मुसलमानों के इस्लामिक त्योहार ‘ईद उल अजहा’ लंबे वक्त से बकरों की कुर्बानियां दी जाती रही हैं। दूसरी ओर समाज का एक वर्ग त्योहारों के नाम पर जानवरों के साथ इस क्रूरता का विरोध भी करता रहा है। लेकिन दक्षिण एशियाई देश इंडोनेशिया से ऐसी खबर सामने आ रही है कि यहां पर गायों की कुर्बानी ईद पर दी जाती है। इसके लिए इंडोनेशिया के जकार्ता में एक ‘काऊ सैलून’ खोला गया है, जहां पर कुर्बानी के लिए गायों को तैयार किया जाता है। ईद के मौके पर आज इन गायों को बर्बरतापूर्ण तरीके से त्योहारों के नाम पर काट दिया जाएगा।
समाचार एजेंसी एएफपी की रिपोर्ट के मुताबिक, जकार्ता शहर में एक फ्लाईओवर के नीचे एक अस्थायी पशु बाजार लगता है, जहां पर जानवरों को खरीदा या बेचा जाता है, ताकि ईद पर उनकी बलि दी जा सके। उसी अंडरपास के अंदर सुमारवान नाम के व्यक्ति ने एक ‘गाय सैलून’ खोल रखा है। इस सैलून में गायों के बालों को काटा जाता है,उन्हें बलि के लिए तैयार किया जाता है। इसके बाद इसे ग्राहकों को इस्लामिक त्योहार मनाने के हत्या के लिए बेच दिया जाता है।
इसको लेकर सुमारवान के मालिक कास्टोनो का कहना है कि वो पिछले 15 साल से ये सैलून चला रहा है, जहां पर गायों को बलि के लिए तैयार किया जाता है। उसने बताया कि इस बार ईद पर वह 50 गाय और 120 बकरियों को लाया है, जिन्हें बलि के लिए सैलून में अच्छे से तैयार किया गया है। कस्टोनो की पत्नी मेटा कहती है कि अच्छी तरह से स्वस्थ और तैयार होने के बाद 250 किलो वजन की एक गाय करीब 20 मिलियन से 27.5 मिलियन रुपिया में बेची जाती है।
इस्लाम के नाम पर गौ हत्या क्यों
गायों को सनातन धर्म में एक विशेष स्थान दिया गया है। गाय को हम मां का दर्जा देते हैं और उसकी पूजा करते हैं, लेकिन दुनिया के सबसे बड़े इस्लामिक देश इंडोनेशिया में इस्लाम के नाम पर हिन्दुओं की आस्था के साथ खिलवाड़ किया जा रहा है। सवाल ये है कि आखिर इस्लाम के नाम पर गौहत्या क्यों?
इसी तरह से एक दिन पहले रविवार को गुजरात के भरुच स्थित आमोद इलाके में स्थित दारुल उलूम बरकत ख्वाजा के एक मौलाना ने सोशल मीडिया के जरिए कहा कि इस्लाम में गाय की कुर्बानी जायज है। इसके बाद गुजरात पुलिस ने आरोपी को को सांप्रदायिक शांति भंग करने के आरोप में रविवार को (16 जून) को गिरफ्तार कर लिया।
लेकिन यहां सवाल उस मानसिकता का है, जिसमें कथित त्योहार के नाम दूसरे धर्म की भावनाओं को भड़काने की कोशिश की जाती है।
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