महाराष्ट्र के नवी मुंबई से एक अजीबोगरीब मामला सामने आया है। सीबीडी बेलापुर इलाके में बकरीद से पहले मटन की दुकान में एक बकरे के ऊपर ‘राम’ नाम लिखकर उसे बेचने की कोशिश की गई। सोशल मीडिया पर इसका वीडियो तेजी से वायरल हो रहा है। वायरल वीडियो में आप देख सकते हैं कि मटन शॉप के मालिक ने कुर्बानी के बकरे पर ‘राम’ नाम लिखकर उसे बेचने के लिए रखा हुआ था। हालांकि, हिंदू संगठनों द्वारा इसका विरोध करने के बाद पुलिस ने आईपीसी की कई धाराओं के तहत मामला दर्ज कर मोहम्मद शफी शेख को हिरासत में ले लिया है।
रिपोर्ट्स के मुताबिक, बेलापुर पुलिस ने मोहम्मद शफी शेख पर आईपीसी की धारा 295 ए, धारा 34 और पशु क्रूरता के अधिनियम 11 के तहत मामला दर्ज किया है। वहीं, महानगरपालिका को इस मटन शॉप से 22 अन्य बकरे भी मिले हैं।
भगवान राम हिंदुओं के आराध्य देवता हैं। उनसे करोड़ों लोगों की आस्था जुड़ी हुई है। ऐसे में यह मामला धार्मिक भावनाओं को आहत करने वाला है। किसी को भी यह अधिकार नहीं कि वह ऐसी घिनौनी करतूत कर हिंदुओं की धार्मिक आस्था को ठेस पहुंचाए। हर त्योहार के कुछ नियम-कानून और परंपराएं होती हैं। सभी धर्म के लोगों को उसका पालन करना चाहिए, ताकि किसी की भी धार्मिक भावनाएं आहत न हो। भारतीय संविधान में आईपीसी की धारा 295ए के तहत धार्मिक भावनाओं को आहत करने के इरादे से जानबूझकर और दुर्भावनापूर्ण कार्य करने या इससे संबंधित वक्तव्य देने वाले को दोषी माना गया है। ऐसे में सवाल यह उठता है कि मोहम्मद शफी शेख बकरीद पर बकरे पर भगवान राम का नाम लिखकर क्या साबित करना चाहता था? क्या वह किसी बेजुबान और निर्दोष को राम का नाम लिखकर बलि के लिए बेचना चाहता था? उसके ऐसा करने के पीछे क्या कारण रहा होगा। इसकी जांच करना बेहद जरूरी है। ताकि ऐसे लोगों को उचित दंड दिया जा सकेगा। इससे कभी कोई और अपने त्योहार पर हिंदुओं की आस्था को ठेस पहुंचाने का दुस्साहस नहीं करेगा।
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