उत्तराखंड : टाइगर के खौफ से लेपर्ड की संख्या में गिरावट, 2276 रह गई तेंदुओं की संख्या
May 10, 2025
  • Read Ecopy
  • Circulation
  • Advertise
  • Careers
  • About Us
  • Contact Us
android app
Panchjanya
  • ‌
  • विश्व
  • भारत
  • राज्य
  • सम्पादकीय
  • संघ
  • वेब स्टोरी
  • जीवनशैली
  • अधिक ⋮
    • विश्लेषण
    • लव जिहाद
    • खेल
    • मनोरंजन
    • यात्रा
    • स्वास्थ्य
    • संस्कृति
    • पर्यावरण
    • बिजनेस
    • साक्षात्कार
    • शिक्षा
    • रक्षा
    • ऑटो
    • पुस्तकें
    • सोशल मीडिया
    • विज्ञान और तकनीक
    • मत अभिमत
    • श्रद्धांजलि
    • संविधान
    • आजादी का अमृत महोत्सव
    • मानस के मोती
    • लोकसभा चुनाव
    • वोकल फॉर लोकल
    • जनजातीय नायक
    • बोली में बुलेटिन
    • पॉडकास्ट
    • पत्रिका
    • ओलंपिक गेम्स 2024
    • हमारे लेखक
SUBSCRIBE
  • ‌
  • विश्व
  • भारत
  • राज्य
  • सम्पादकीय
  • संघ
  • वेब स्टोरी
  • जीवनशैली
  • अधिक ⋮
    • विश्लेषण
    • लव जिहाद
    • खेल
    • मनोरंजन
    • यात्रा
    • स्वास्थ्य
    • संस्कृति
    • पर्यावरण
    • बिजनेस
    • साक्षात्कार
    • शिक्षा
    • रक्षा
    • ऑटो
    • पुस्तकें
    • सोशल मीडिया
    • विज्ञान और तकनीक
    • मत अभिमत
    • श्रद्धांजलि
    • संविधान
    • आजादी का अमृत महोत्सव
    • मानस के मोती
    • लोकसभा चुनाव
    • वोकल फॉर लोकल
    • जनजातीय नायक
    • बोली में बुलेटिन
    • पॉडकास्ट
    • पत्रिका
    • ओलंपिक गेम्स 2024
    • हमारे लेखक
Panchjanya
panchjanya android mobile app
  • होम
  • विश्व
  • भारत
  • राज्य
  • सम्पादकीय
  • संघ
  • वेब स्टोरी
  • जीवनशैली
  • विश्लेषण
  • मत अभिमत
  • रक्षा
  • संस्कृति
  • पत्रिका
होम भारत उत्तराखंड

उत्तराखंड : टाइगर के खौफ से लेपर्ड की संख्या में गिरावट, 2276 रह गई तेंदुओं की संख्या

- वन्य जीव संस्थान ने जारी किए आंकड़े

by दिनेश मानसेरा
Jun 16, 2024, 02:59 pm IST
in उत्तराखंड
FacebookTwitterWhatsAppTelegramEmail

देहरादून । उत्तराखंड के जंगलों में खूंखार तेंदुओं की संख्या में बड़ी गिरावट दर्ज की गई है। भारतीय वन्य जीव संस्थान द्वारा जारी नवीनतम वन्य जीव गणना के आंकड़ों के अनुसार, राज्य में तेंदुओं की संख्या घटकर 2276 रह गई है, जो पिछले वर्ष की तुलना में 652 कम है। यह गिरावट चिंताजनक है क्योंकि यह वन्यजीवों और मानवों के बीच संघर्ष की बढ़ती घटनाओं की ओर इशारा करती है।

तेंदुए, जिन्हें स्थानीय स्तर पर गुलदार और कभी-कभी बाघ के रूप में भी जाना जाता है, उत्तराखंड के पहाड़ी क्षेत्रों में व्यापक रूप से पाए जाते हैं। राज्य के प्रत्येक जिले में औसतन 175 से अधिक तेंदुए विचरण कर रहे हैं। इनमें अल्मोड़ा में 272, पौड़ी में 232, चंपावत में 169, नैनीताल में 134, नरेंद्र नगर में 129, टिहरी में 145, रुद्रप्रयाग में 117 और केदार वन्य क्षेत्र में 138 तेंदुए शामिल हैं।

संघर्ष और खतरें

पिछले कुछ समय से गढ़वाल मंडल के पौड़ी जिले सहित अन्य कई इलाकों में तेंदुए हिंसक हो गए हैं और मानव बस्तियों पर हमले कर रहे हैं। इन हमलों में जान-माल का नुकसान हो रहा है, जो ग्रामीणों और वन विभाग के लिए एक गंभीर समस्या बन गई है।

प्राकृतिक वास और संघर्ष के कारण

वन्य जीव विशेषज्ञों का मानना है कि उत्तराखंड के जंगल तेंदुओं के लिए एक सुरक्षित प्राकृतिक वास स्थल हैं। लेकिन जंगलों के पास बसी बस्तियों में तेंदुओं की गतिविधियां बढ़ने से मानव-वन्यजीव संघर्ष में वृद्धि हो रही है। इसके पीछे प्रमुख कारण जंगलों में आग लगना और तेंदुओं के भोजन की कमी है।

अन्य वन्यजीव और संरक्षण प्रयास

गणना में यह भी पता चला है कि उत्तराखंड के जंगलों में 3314 हिमालयन घुरड़, 3915 सांभर, 1005 जंगली सूअर और 325 काला भालू भी पाए जाते हैं। पिछले वर्ष की गणना में 124 स्नो लेपर्ड भी शामिल थे, जिसके लिए सरकार उत्तरकाशी जिले में स्नो लेपर्ड टूरिज्म को बढ़ावा देने के लिए एक अध्ययन केंद्र खोलने की योजना बना रही है।

बाघों का प्रभाव

वेस्टर्न सर्कल के चीफ कंजरवेटर डॉ. विनय भार्गव के अनुसार, जहां बाघ होते हैं, वहां से तेंदुए पलायन कर जाते हैं क्योंकि बाघ अपने क्षेत्र में अन्य किसी का दखल बर्दाश्त नहीं करते हैं। इस विचार का समर्थन वन्यजीव विशेषज्ञ आईएफएस डॉ. पराग मधुकर धकाते भी करते हैं, उनका कहना है कि बाघ अपने क्षेत्र में राज करता है और तेंदुए को डराकर इलाका छोड़ने पर मजबूर कर देता है। यही कारण है कि कॉर्बेट, राजाजी, नंधौर और सीतावनी वन्यजीव रिजर्व में तेंदुओं की संख्या कम हो गई है।

Topics: उत्तराखंड समाचारलेपर्ड की संख्या में गिरावटउत्तराखंड में लेपर्ड की संख्याउत्तराखंड में लेपर्डDecline in leopard populationLeopard population in UttarakhandLeopard in Uttarakhanduttarakhand news
ShareTweetSendShareSend
Subscribe Panchjanya YouTube Channel

संबंधित समाचार

उत्तराखंड : जमरानी बांध पहुंचे सांसद अजय भट्ट- 2029 तक कार्य पूर्ण करने के निर्देश, ग्रामीणों को मिलेगा रोजगार

प्रतीकात्मक तस्वीर

नैनीताल प्रशासन अतिक्रमणकारियों को फिर जारी करेगा नोटिस, दुष्कर्म मामले के चलते रोकी गई थी कार्रवाई

pushkar singh dhami

उत्तराखंड : सीएम धामी ने चारधाम और बांधों की सुरक्षा बढ़ाने के दिए निर्देश, अलर्ट मोड पर अधिकारी

गंगनानी में हेलीकॉप्टर क्रैश

ब्रेकिंग न्यूज: गंगनानी में हेलीकॉप्टर क्रैश, 6 लोगों की मौत, एक की हालत गंभीर

उत्तराखंड में अवैध मदरसे को किया गया सील

5 और अवैध मदरसे सील, उत्तराखंड में 200 से ज्यादा अवैध मदरसों पर हुआ एक्शन

आरोपी

नैनीताल नाबालिग रेप कांड के आरोपी पर मुस्लिम समाज के कड़े फैसले

टिप्पणियाँ

यहां/नीचे/दिए गए स्थान पर पोस्ट की गई टिप्पणियां पाञ्चजन्य की ओर से नहीं हैं। टिप्पणी पोस्ट करने वाला व्यक्ति पूरी तरह से इसकी जिम्मेदारी के स्वामित्व में होगा। केंद्र सरकार के आईटी नियमों के मुताबिक, किसी व्यक्ति, धर्म, समुदाय या राष्ट्र के खिलाफ किया गया अश्लील या आपत्तिजनक बयान एक दंडनीय अपराध है। इस तरह की गतिविधियों में शामिल लोगों के खिलाफ कानूनी कार्रवाई की जाएगी।

ताज़ा समाचार

मऊ में ट्रिपल तलाक का सनसनीखेज मामला : रिजवाना को छोड़कर अशरफ ने रचाया दूसरा निकाह, पीड़िता ने SP से लगाई गुहार

उत्तराखंड : जमरानी बांध पहुंचे सांसद अजय भट्ट- 2029 तक कार्य पूर्ण करने के निर्देश, ग्रामीणों को मिलेगा रोजगार

उत्तराखंड : केदारनाथ के लिए हेलीकॉप्टर सेवा फिर शुरू, चारधाम यात्रा जारी

प्रतीकात्मक तस्वीर

Fact Check: नगरोटा एयर बेस पर हमले का फेक वीडियो वायरल, पीआईबी के फैक्ट चेक में सच सामने आया

India And Pakistan economic growth

India Pakistan Ceasefire Deal : 12 मई को फिर होगी DGMO स्तर की वार्ता

प्रतीकात्मक तस्वीर

Fact Check: IAF विमान दुर्घटना का फर्जी वीडियो वायरल, ये है पूरा सच

Donald trump want to promote Christian nationalism

भारत-पाकिस्तान में Cease Fire : जानिए क्या बोले राष्ट्रपति Donald Trump..?

कुछ भी बोलने से पहले ये जरूर सोचना चाहिए कि दुश्मन आपके बयान को एजेंडा न बना ले

विदेश मंत्रालय के सचिव विक्रम मिसरी

Breaking News: भारत और पाकिस्तान के बीच सीजफायर, दोनों देशों के बीच 12 मई को 12 बजे बड़ी बैठक

प्रतीकात्मक तस्वीर

Fact Check: विदेश मंत्री एस जयशंकर का माफी मांगने का फर्जी वीडियो किया जा रहा वायरल

  • Privacy
  • Terms
  • Cookie Policy
  • Refund and Cancellation
  • Delivery and Shipping

© Bharat Prakashan (Delhi) Limited.
Tech-enabled by Ananthapuri Technologies

  • Search Panchjanya
  • होम
  • विश्व
  • भारत
  • राज्य
  • सम्पादकीय
  • संघ
  • वेब स्टोरी
  • जीवनशैली
  • विश्लेषण
  • लव जिहाद
  • खेल
  • मनोरंजन
  • यात्रा
  • स्वास्थ्य
  • संस्कृति
  • पर्यावरण
  • बिजनेस
  • साक्षात्कार
  • शिक्षा
  • रक्षा
  • ऑटो
  • पुस्तकें
  • सोशल मीडिया
  • विज्ञान और तकनीक
  • मत अभिमत
  • श्रद्धांजलि
  • संविधान
  • आजादी का अमृत महोत्सव
  • लोकसभा चुनाव
  • वोकल फॉर लोकल
  • बोली में बुलेटिन
  • ओलंपिक गेम्स 2024
  • पॉडकास्ट
  • पत्रिका
  • हमारे लेखक
  • Read Ecopy
  • About Us
  • Contact Us
  • Careers @ BPDL
  • प्रसार विभाग – Circulation
  • Advertise
  • Privacy Policy

© Bharat Prakashan (Delhi) Limited.
Tech-enabled by Ananthapuri Technologies