बंगाल के मुर्शिदाबाद के रघुनाथगंज में एक शिक्षिका ने एक छात्रा को इसलिए स्कूल आने से मना कर दिया क्योंकि उसने गले में तुलसी की माला और माथे पर चंदन का तिलक लगा रखा था। इसकी जानकारी होने पर सनातन धर्म के लोगों ने शुक्रवार को स्कूल के सामने ढोल बजाकर और नारेबाजी कर स्कूल शिक्षिका के निर्देश के खिलाफ प्रदर्शन किया।
घटना पश्चिम बंगाल के रघुनाथगंज के एक सरकारी स्कूल की है, जहाँ आठवीं कक्षा की एक छात्रा को उसके शिक्षिका ने तुलसीमाला और तिलक के साथ स्कूल में प्रवेश करने से मना कर दिया। छात्रा का कहना है कि पिछले कुछ दिनों से उसे तुलसीमाला न पहनने और तिलक न लगाने के लिए परेशान किया जा रहा था। जब छात्रा ने हेड मिसेज से बात कि यह उसकी सनातन संस्कृति के खिलाफ है और वह ऐसा नहीं कर सकती तो उससे एक कागज पर हस्ताक्षर करवा लिए गए और शुक्रवार को उसे स्कूल से निकाल दिया गया। छात्रा ने घर आकर सारी बात अपने परिजनों को बताई, जिससे परिजन नाराज हो गए और स्कूल के सामने विरोध प्रदर्शन किया।
विश्व हिंदू परिषद रघुनाथगंज शाखा के कार्यकर्ता आयुष सरकार से मिली जानकारी के अनुसार मौके पर पहुंची पुलिस ने घटना का निरीक्षण किया तथा रघुनाथगंज थाना प्रभारी संदीप चट्टोराज ने विद्यालय की हेड मिसेज से बात कर प्रदर्शनकारियों को आश्वासन दिया कि ऐसी घटना दोबारा नहीं होगी।
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