गत जून को कोटा में राष्ट्रीय स्वयंसेवक संघ के 20 दिवसीय कार्यकर्ता विकास वर्ग (प्रथम) का समापन हुआ। इस अवसर पर राजस्थान के क्षेत्र प्रचारक श्री निंबाराम ने कहा कि संघ के निरंतर विस्तार का आधार है स्वयंसेवकों का आत्मानुशासन व उनकी सामाजिक आत्मीयता। गुणवत्ता और दृढ़ता बढ़ाते हुए संघ शताब्दी वर्ष में प्रवेश कर रहा है।
संघ मनुष्य के विवेक को जाग्रत कर उसे श्रेष्ठ आचरण के लिए प्रेरित करता है। उन्होंने कहा कि समाज में जन्म आधारित भेदभाव समाप्त होना चाहिए। संपूर्ण हिंदू समाज को एकात्म व एकरस बनाने के लिए हमें स्वयं में एवं अपने परिवार में बदलाव लाना होगा, यही आज के समय की महती आवश्यकता है।
परिवार इकाई ही अपने समाज में सांस्कृतिक जीवन मूल्यों का संवर्धन कर अगली पीढ़ी में ले जाने का सशक्त माध्यम है। पारिवारिक जीवन जीते समय छोटी-छोटी बातों का ध्यान रखने से जीवन में बड़ा परिवर्तन आता है। इस अवसर पर अनेक वरिष्ठ कार्यकर्ता उपस्थित थे।
टिप्पणियाँ