नई दिल्ली । हमास प्रमुख याह्या सिनवार ने हाल ही में फिलिस्तीन-इजरायल युद्ध पर एक चौंकाने वाला और विवादास्पद बयान दिया है। सिनवार ने कहा कि गाजा में आम लोगों की मौतें फिलिस्तीन की आजादी के लिए अत्यंत महत्वपूर्ण हैं। उन्होंने अपने लड़ाकों को यह निर्देश दिया है कि वे युद्ध को किसी भी स्थिति में रोकना नहीं चाहते।
युद्ध में अधिक नागरिक हताहत, हमास के लिए फायदेमंद
सिनवार ने यह दावा किया है कि युद्ध में जितना अधिक फिलिस्तीनी लोगों की मौतें होंगी, उतना ही हमास को फायदा होगा। इजराइली सेना द्वारा की जा रही एयरस्ट्राइक में हमास के पॉलिटिकल लीडर इस्माइल हानिए के तीन बेटे और चार पोते मारे गए थे। इस पर प्रतिक्रिया देते हुए सिनवार ने कहा कि यह कुर्बानी फिलिस्तीन की आजादी के लिए एक सकारात्मक संकेत है।
गाजा पर इजरायली हमले को बताया फायदेमंद
हमास चीफ का कहना है कि गाजा पर इजरायली सेना की बमबारी उनके मकसद के लिए लाभकारी है। उन्होंने सीजफायर को एक कमजोर कदम बताया और कहा कि इस संघर्ष के चलते उन्हें वह लाभ नहीं मिलेगा जो इजरायली हमलों से हो रहा है। सिनवार का मानना है कि उनके लड़ाके जब तक युद्ध लड़ने में सक्षम हैं, तब तक सीजफायर से जुड़ी कोई भी बैठक करना अपमानजनक होगा। पिछले हफ्ते सिनवार ने अरब देशों में मौजूद मीडिएटर्स से कहा था कि हमास कभी भी अपने हथियार सरेंडर करने के प्रस्ताव पर राजी नहीं होगा।
अंतरराष्ट्रीय प्रतिक्रिया
याह्या सिनवार के इस बयान ने अंतरराष्ट्रीय समुदाय में खलबली मचा दी है। कई मानवाधिकार संगठनों और देशों ने इस बयान की कड़ी निंदा की है। उनके अनुसार, किसी भी संघर्ष में आम नागरिकों की जान की कुर्बानी किसी भी सूरत में न्यायोचित नहीं ठहराई जा सकती।
बरहाल याह्या सिनवार का यह बयान न केवल फिलिस्तीन और इजरायल के बीच के संघर्ष को और बढ़ा सकता है, बल्कि इससे आम नागरिकों के जीवन पर भी गंभीर असर पड़ सकता है। यह देखना महत्वपूर्ण होगा कि आने वाले दिनों में इस संघर्ष का क्या रुख होता है और क्या कोई समाधान निकलता है।
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