छत्तीसगढ़

बलौदाबाजार हिंसा: हटाए गए कलेक्टर और एसपी, 83 दंगाई गिरफ्तार, तीन कांग्रेस नेताओं के खिलाफ भी केस

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Kuldeep singh

छत्तीसगढ़ के बलौदाबाजार में हुई हिंसा के बाद प्रदेश सरकार एक्शन मोड में है। इसी के तहत बड़ी कार्रवाई करते हुए सरकार ने जिले के कलेक्टर कुमार लाल और एसपी सदानंद को हटा दिया गया है। उनकी जगह दीपक सोनी जिले के नए कलेक्टर बने हैं। वहीं विजय अग्रवाल को जिले के नए एसपी बने हैं।

इस मामले में अब तक पुलिस ने 83 लोगों को गिरफ्तार किया गया है, जबकि 40-50 आरोपियों के खिलाफ नामजद केस दर्ज किया गया है। वहीं 60 लोगों को कस्टडी में रखा गया है। जिन लोगों की गाड़ियों को जलाया गया है, उनमें 60 लोगों ने इसकी शिकायत की है। उल्लेखनीय है कि हिंसा की इस वारदात में 50 से अधिक लोग घायल हुए हैं, 100 बाइक और 30 से अधिक फोर व्हीलर गाड़ियों को दंगाइयों ने आग के हवाले कर दिय़ा। इस हिंसा के मामले में तीन कांग्रेसी नेताओं के खिलाफ भी केस दर्ज किया गया है।

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क्या है पूरा मामला

गिरौदपुरी के समीपस्थ गाँव मानाकोनी में जैतखाम तोड़े जाने की घटना को लेकर सोमवार, 10 जून 2024 को सतनामी समाज द्वारा बलौदाबाजार के दशहरा मैदान में विरोध-प्रदर्शन तथा कलेक्ट्रेट घेराव का आह्वान किया गया, जिसमें लगभग 3 से 4 हजार लोग सम्मिलित हुए। कलेक्ट्रेट घेराव के दौरान प्रदर्शनकारियों ने कलेक्टर एवं पुलिस अधीक्षक कार्यालय में आग लगा दी। वहाँ खड़े वाहनों के साथ-साथ अन्य सार्वजनिक सम्पत्तियों की तोड-फोड़ भी की, जिसमें लगभग 30 से अधिक कारों और उतनी ही संख्या में दोपहिया वाहनों को नुकसान पहुंचा। यहाँ तक कि फायर-ब्रिगेड की गाड़ी को भी इन प्रदर्शनकारियों ने आग के हवाले कर दिया। इस विरोध प्रदर्शन को कांग्रेस का भी समर्थन मिला था। इसमें भिलाई से कांग्रेस विधायक देवेन्द्र यादव तथा बिलाईगढ़ से कांग्रेस विधायक कविता प्राण लहरे भी शामिल हुए थे। इनमें से कविता प्राण लहरे कन्वर्टेड ईसाई हैं।

सतनाम समुदाय के आस्था स्थल

सतनामी समाज की आस्था के प्रमुख केन्द्र गिरौदपुरी धाम से लगे हुए मानाकोनी गाँव के निकट गुरु घासीदास जी के ज्येष्ठ पुत्र गुरु अमरदास जी के नाम से अमर गुफा स्थित है। यहाँ गुरुगद्दी व जैतखाम दोनों स्थापित हैं। प्रतिदिन पुजारी सुबह-शाम पूजा भी करते हैं। यह स्थान सतनाम पंथ के प्रमुख आस्था केंद्र गिरौधपुरी से महज 5 किलोमीटर की ही दूरी पर है।

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कैसे हुई विवाद की शुरुआत

बीते 15 मई की रात को कुछ असामाजिक तत्वों ने यहाँ (मानाकोनी में) तीनों जैतखामों को गिरा दिया। इसी के बाद से यह विवाद उठा। इस मामले में तीन आरोपियों को गिरफ्तार किया गया, जो मूलतः दूसरे राज्य के रहने वाले हैं। ये लोग मानाकोनी गांव के एक ठेकेदार के अंतर्गत पानी टंकी निर्माण कार्य के लिए आए थे।

ठेकेदार द्वारा कार्य पूर्ण होने के बाद भी उनका भुगतान नहीं होने पर वे ठेकेदार से नाराज थे। इन गिरफ्तार आरोपियों ने पुलिस पूछताछ में स्वीकार किया है कि रात को शराब के नशे में उन्होंने पवित्र जैतखाम को नुकसान पहुंचाया है। लेकिन सतनामी समाज के लोगों का मानना है कि इस घृणित कार्य में अन्य लोगों का हाथ है, जिन्हें अबतक नहीं पकड़ा गया है।

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