ओडिशा में प्रचंड बहुमत के साथ वापसी करने के बाद भाजपा ने मुख्यमंत्री के तौर पर 4 बार के विधायक मोहन चरण मांझी (52) को चुना गया है। सीएम मांझी आज अपने पद और गोपनीयता की शपथ लेगें। शाम 5 वह भुवनेश्वर के जनता मैदान में मांझी सरकार का शपथ ग्रहण समारोह होगा।
वनवासी समुदाय की आवाज माने जाने वाले मांझी क्योंझर सीट से लगातार 4 बार के विधायक रहे हैं। मांझी सरकार में दो उप मुख्यमंत्री भी होंगे। ये डिप्टी सीएम बीजेपी के वरिष्ठ नेता केवी सिंह देव और पहली बार की विधायक प्रभाती परिदा हैं।
कहा जा रहा है कि मांझी सरकार के शपथ ग्रहण समारोह में प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी समेत कई केंद्रीय मंत्री और कई राज्यों के मुख्यमंत्री भी शामिल हो सकते हैं।
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25 साल बाद मिला स्पष्ट बहुमत
गौरतलब है कि 147 विधानसभा सीटों वाले ओडिशा में भाजपा को 25 वर्षों तक संघर्ष करने के बाद स्पष्ट और प्रचंड बहुमत मिला है। लोकसभा चुनावों के साथ-साथ हुए विधानसभा चुनाव में भाजपा को 78 सीटें, बीजेडी को 51, कांग्रेस-14 और वामपंथी सीपीएम ने एक सीट जीती है। वहीं अन्य के खाते में 3 सीटें गई हैं। उल्लेखनीय है कि ओडिशा के पूर्व मुख्यमंत्री नवीन पटनायक कभी भाजपा की अगुवाई वाली एनडीए का ही हिस्सा हुआ करते थे। हालांकि, 2009 में वो एनडीए से अलग हो गए थे। इस दरमियान नवीन पटनायक साल 2000 से 2024 तक लगातार प्रदेश के मुख्यमंत्री बने रहे हैं।
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कौन हैं मोहन चरण मांझी
उल्लेखनीय है कि 25 साल के बाद प्रदेश में भाजपा की सरकार बनते ही सीएम बनने वाले मोहन चरण मांझी बहुत ही साधारण पृष्ठभूमि से ताल्लुक रखते हैं। उन्होंने साल 2011 में उत्कल यूनिवर्सिटी के ढेकनॉल लॉ कॉलेज से एलएलएम किया था। इसके साथ ही उन्होंने एमएससी भी कर रखा है। तकरीबन दो दशक से अधिक के रीजनीतिक कैरियर वाले मांझी की छवि एक मजबूत वनवासी नेता के तौर पर रही है। इसके साथ ही बताया जाता है कि उनका आरएसएस से भी अच्छा संबंध है।
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