महाराष्ट्र के ठाणे जिले के मीरा भायंदर रोड पर बिना वैध दस्तावेजों के अधिक समय से रहने के आरोप में नौ बांग्लादेशी महिलाओं समेत उनकी मदद करने वाली एक अन्य महिला को गिरफ्तार कर किया गया है। बुधवार 5 जून 2024 को एक गुप्त सूचना के आधार पर नया नगर पुलिस ने मीरा रोड के शांति नगर और गीता नगर इलाकों में अवैध अप्रवासियों के खिलाफ एक बड़ी कार्रवाई कर इन महिलाओं को गिरफ्तार किया।
पुलिस उस घर के मालिक की भी तलाश कर रही है, जहां ये महिलाएं रह रही थीं। साथ ही उन नौ बांग्लादेशी महिलाओं से भी पूछताछ की जा रही है कि वे कितने सालों से यहां रह रही थीं और मुंबई कैसे आईं। पुलिस के अनुसार, आरोपियों पर भारतीय दंड संहिता (IPC), पासपोर्ट अधिनियम और विदेशी अधिनियम के प्रावधानों के तहत आरोप लगाए हैं।
इससे पहले मीरा भयंदर पुलिस ने इस वर्ष 29 फरवरी को अवैध रूप से रह रहे म्यांमार के 8 रोहिंग्या मुस्लिमों को समुद्र तटीय शहर उत्तन से पकड़ा था। उन पर विदेशी अधिनियम के साथ-साथ भारती पासपोर्ट अधिनियम के तहत आरोप लगाए गए थे। पकड़े गए आठों लोगों की पहचान इमाम हुसैन अब्दुल कासिम (25), मोहम्मद जौहर नूर मोहम्मद (39), आमिर हुसैन असद अली (42), अली हुसैन अब्दुल सोबी (49), नूरुल अमीन यूसुफ अली (52), कमाल हुसैन नूर कमाल (35), मोहम्मद जाकिर हुसैन अबू आलम (30) और हामिद हुसैन अली अकबर (55) के रूप में हुई थी।
मीरा रोड कट्टरपंथियों और इस्लामवादियों का केंद्र बन गया है, जो खुलेआम जिहादी गतिविधियों में लिप्त हैं। जघन्य अपराध करते हैं। साथ ही हिंदुओं को परेशान करते हैं और उन्हें निशाना बनाते हैं। इस वर्ष जनवरी में अयोध्या में राम मंदिर प्राण प्रतिष्ठा को लेकर देश-विदेश भर में धूम दिखी। जगह-जगह सनातन धर्म यात्रा निकाली गई। इस दौरान मीरा रोड में श्रीराम की शोभायात्रा निकाल रहे हिंदुओं पर हमला किया गया।
आरोप है कि झुंड में आए लोगों ने सनातन यात्रा में शामिल कारों पर हमला किया। धर्म ध्वज फाड़े गए और जमकर तोड़फोड़ की। कई मीडिया रिपोर्ट में यह भी बताया गया है कि कैसे कट्टरपंथियों ने मीरा रोड इलाके में असहाय हिंदुओं, उनके परिवारों और खासकर उनकी बेटियों पर हमला किया। इस घटना का वीडियो भी वायरल हुआ था, जिसमें दिखाया गया था कि कैसे इन कट्टरपंथियों ने यात्रा में शामिल महिलाओं को भी नहीं छोड़ा। उनके साथ भी मारपीट की, सिर फोड़ दिए और अपशब्द कहे।
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