योग के सभी प्रकार के आसन शरीर के लिए लाभदायक होते हैं, लेकिन कुछ ऐसे आसन भी हैं, जो स्वस्थ रखने के लिए अत्यंत जरूरी हैं। इन योगासनों के प्रतिदिन अभ्यास से आप तन और मन दोनों से स्वस्थ रह सकते हैं। आज हम आपको सर्वांगासन और योगमुद्रासन के बारे में बताने जा रहे हैं। इन आसन को करने से मोटापा, दुर्बलता, मधुमेह, थायराइड एवं थकान आदि विकार दूर होते हैं।
सर्वांगासन करने की विधि
मैट बिछाकर उस पर पीठ के बल लेट जाएं। दोनों पैरों को धीरे-धीरे उठाएं और 90 डिग्री तक लाएं। बाहों और कोहनियों की सहायता से शरीर के निचले भाग को इतना ऊपर ले जाएं कि वह कन्धों पर सीधा खड़ा हो जाए। पीठ को हाथों का सहारा दें। हाथों के सहारे से पीठ को दबाएं। फिर धीरे-धीरे पूर्व अवस्था में पहले पीठ को जमीन से टिकाएं फिर पैरों को भी धीरे-धीरे सीधा करें। सर्वांगासन के नियमित अभ्यास से थायराइड की समस्या दूरी होती है।
योगमुद्रासन करने की विधि
योगमुद्रासन महिलाओं के लिए बेहद उपयोगी है। इस आसन को करने से पेट संबंधी रोग दूर होते हैं। रोग प्रतिरोधक क्षमता बढ़ती है और मधुमेह की समस्या में लाभदायक होता है। जिन लोगों की नाभि अपने स्थान से हट जाती है। वे भी इस आसन को कर सकते हैं। इससे उन्हें काफी आराम पहुंचेगा। इसके अलावा इस आसन को नियमित करने से पेट की चर्बी कम हो जाती है, साथ ही मोटापे से भी छुटकारा मिल जाता है
दरी पर पद्मासन लगाकर दोनों हाथों को पीठ की तरफ आराम से लेकर जाएं। एक हाथ से पीठ के पीछे की ओर से दूसरे हाथ की कलाई को पकड़ लें। फिर सांस छोड़ते हुए शरीर को आगे की तरफ झुकाकर जमीन पर लगा दें। इस दौरान सांस को रोक कर रखें। ध्यान रहे कि जब आगे की तरफ झुके तब तक कमर ऊपर की तरफ ना उठाएं। इसके बाद धीरे-धीरे सांस अंदर की तरफ खींचते हुए सिर उठाएं और वापस पहली अवस्था में आ जाएं।
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