पाकिस्तान में हिन्दुओं के हालात लगातार बदतर होते जा रहे हैं। हिन्दुओं पर हो रहे अत्याचार ने एक बार फिर से अल्पसंख्यकों की सुरक्षा का दिखावा करने वाली शहबाज शरीफ सरकार की पोल खोल कर रख दी है। वहां इस्लामिक कट्टरपंथियों द्वारा हिन्दू लड़कियों का अपहरण, उनका रेप और फिर इस्लामिक कन्वर्जन एक आम बात हो गई है।
ताजा मामला कुछ यूं है कि पाकिस्तान में नूरी नाम की नाबालिग हिन्दू लड़की का कट्टरपंथियों ने अपहरण कर लिया। इसके बाद उसके साथ बलात्कार किया गया। इतने पर भी मन नहीं भरा तो आरोपियों ने जबरन पीड़िता को इस्लाम में परिवर्तित कर दिया। उसे कुरान पढ़ाई गई। स्थानीय प्रभावशाली मुस्लिम नेता पीर अयूबजान सरहंदी ने पीड़ित हिन्दू ल़़ड़की का निकाह दो अलग-अलग पुरुषों मुहम्मद अयूब और लुकमान मोहिब जुनेजो के साथ करवा दिया।
रिपोर्ट के मुताबिक, पाकिस्तान में इस्लामिक कट्टरपंथी गरीब और कमजोर हिन्दुओं की बच्चियों का पहले अपहरण करते हैं, उनका बलात्कार और जबरन इस्लामिक कन्वर्जन करवाने के बाद उन्हें वेश्यावृति के दलदल में ढकेल देते हैं। इससे पता चलता है कि पाकिस्तान में धार्मिक अल्पसंख्यकों का धीमी गति से ‘जातीय सफाया’ किया जा रहा है।
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कट्टरपंथियों के चंगुल से बची पीड़िता ने सुनाई थी बर्बरता की कहानी
कुछ सप्ताह पहले पाकिस्तान के सिंध प्रांत की हिन्दू अल्पसंख्यक लड़की 17 वर्षीय शांति मेघवार अपहरणकर्ता मुहम्मद नजीर गुलाम के चंगुल से किसी तरह से भाग निकली थी। इसके बाद पीड़िता ने कोर्ट में अपने साथ हुई बर्बरता के बारे में बताया था। उसने बताया था कि किस तरह से नजीर ने उसका अपहरण करने के बाद उसके साथ रेप किया और फिर इस्लामिक कन्वर्जन करवा दिया। बाद में जबरन उसका निकाह भी करवा दिया। बताया जाता है कि के कठोर ईशनिंदा कानून, जिसके तहत इस्लाम का अपमान करने पर मौत की सजा तक हो सकती है, इसका गलत इस्तेमाल कर अल्पसंख्यकों को प्रताड़ित और बदला लेने के लिए कट्टरपंथी कर रहे हैं।
हिन्दुओं की इस प्रताड़ना पर पाकिस्तानी अधिकारी या तो अपनी आंखें बंद किए रहते हैं या फिर इसमें शामिल होकर इस बर्बरता को और अधिक बढ़ावा देते हैं।
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