अहमदाबाद की क्राइम ब्रांच ने नारोल समेत कई विस्तार में फर्जी पावर ऑफ अटॉर्नी के जरिए करोड़ों की जमीन हड़पने वाले भूमाफिया मोहम्मद इस्माइल और वकील निरंजन पटेल को गिरफ्तार किया है। दोनों आरोपियों को 8 दिन की रिमांड पर लिया गया है ताकि इस जालसाजी के पूरे नेटवर्क का पर्दाफाश हो सके।
फर्जी दस्तावेजों का जाल
शिकायतकर्ता ने आरोप लगाया था कि मोहम्मद इस्माइल और निरंजन पटेल ने उनके नाम की बोगस सिग्नेचर कर फर्जी जनरल पावर ऑफ अटॉर्नी बनाई थी। इन दस्तावेजों में नोटरी के सिक्के और साइन करवाकर ‘Identified by me’ का ठप्पा लगाया गया था, जिससे फर्जी बिक्री दस्तावेज तैयार किए गए थे। यह खुलासा पुलिस जांच में हुआ है, जिसने इन आरोपों को सही पाया है।
स्टेम्प पेपर का गलत उपयोग
आरोपी मोहम्मद इस्माइल उर्फ सज्जू शेख ने साल 2010 में पालड़ी की एक बैंक से चार स्टेम्प पेपर और 2015 में दो स्टेम्प पेपर खरीदे थे। इन सभी स्टेम्प पेपरों पर 2018 में लिखावट की गई थी। पुलिस अभी भी यह जांच कर रही है कि इन स्टेम्प पेपरों का और कहां-कहां उपयोग किया गया है।
बैंक स्टेटमेंट की जांच
जांच में यह बात सामने आई है कि मोहम्मद इस्माइल ने अपनी पत्नी के बैंक अकाउंट में 40 लाख रुपये का ट्रांजैक्शन किया था। पुलिस ने इस ट्रांजैक्शन को संदिग्ध मानते हुए आरोपी के बैंक स्टेटमेंट की गहन जांच शुरू कर दी है। इस जांच के माध्यम से और भी कई आरोपियों के नाम सामने आ सकते हैं जो इस घोटाले में शामिल हो सकते हैं।
विस्तृत जांच और संभावित आरोपियों की खोज
क्राइम ब्रांच की आर्थिक अपराध निवारण शाखा अब इस मामले में और भी विस्तार से जांच कर रही है। इस घोटाले के पीछे की पूरी साजिश का पता लगाने के लिए पुलिस दोनों आरोपियों से पूछताछ कर रही है और यह जानने की कोशिश कर रही है कि इस घोटाले में और कौन-कौन शामिल हो सकते हैं।
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