देहरादून । उत्तरकाशी जिले में सहस्त्रताल ट्रैक पर गए 22 सदस्यीय टीम में से पांच पर्वतारोहियों की मौत हो गई है। पांचों के शव निकाल लिए गए हैं। 11 को एयरलिफ्ट कर सुरक्षित बचा लिया गया है। दो पर्वतारोही पैदल मार्ग से सिल्ला गांव पहुंच गए हैं। जिन्हें बचाव दल एवं एम्बुलेंस से भटवाड़ी होते हुए जिला चिकित्सालय उत्तरकाशी लाया जा रहा है। दोनों सामान्य है।
सहस्त्रताल ट्रैक पर गया 22 सदस्यीय ट्रैकिंग दल खराब मौसम के कारण रास्ता भटक गया था। सेना के चीता हेलीकॉप्टर के माध्यम से 5 शवों को नटीण हैलीपैड लाया गया। इन शवों को जिला चिकित्सालय, उत्तरकाशी लाया जा रहा है जहां पंचनामा होगा। वन विभाग के 10 सदस्य, 02 राजस्व उपनिरिक्षक व 02 होमगार्ड सहित ग्राम सिल्ला के कुछ लोग ट्रैक मार्ग में बचाव अभियान में जुटे। सुबह उत्तरकाशी से एसडीआरएफ के 6 जवानों को टिहरी जिले के पिनस्वाड ग्राम से घटना स्थल पर पहुँचने हेतु रवाना किया गया है। बूढा़केदार-पिनस्वाड ग्राम टिहरी से घटना स्थल पर ट्रैकिंग मार्ग की दूरी लगभग 7 किमी कम है। घनसाली से वन विभाग के 3 एवं 1 स्थानीय निवासी घटना स्थल हेतु रवाना हुए।
जौलीग्रांट से एसडीआरएफ उच्च हिमालयन रेस्क्यू टीम को आज प्रातः 02 प्राईवेट हैलीकॉप्टर के माध्यम से क्षेत्र की रेकी व राहत बचाव कार्यों हेतु भेजा गया था। उन्होंने दिन भर हवाई रेस्क्यू ऑपरेशन में सहयोग किया। अभियान के लिए बैकअप के तौर पर नेहरू पर्वतारोहण संस्थान के कुल 5 पर्वतारोही दल लाटा गांव में तैनात किए गए हैं। मौसम खराब होने के कारण आज हैली रेस्क्यू कार्य रोक दिया गया है कल प्रातः पुनः हैली रेस्क्यू अभियान शुरू किया जाएगा।
जिलाधिकारी डॉ. मेहरबान सिंह बिष्ट, पुलिस अधीक्षक अर्पण यदुवंशी, मुख्य विकास अधिकारी जय किशन, अपर जिलाधिकारी रजा अब्बास, उप जिलाधिकारी भटवाडी बुजेश कुमार तिवारी, मुख्य चिकित्साधिकारी डॉ. बीएस रावत, जिला पर्यटन अधिकारी केके जोशी, आपदा प्रबन्धन अधिकारी देवेन्द्र पटवाल सहित अन्य अधिकारी तड़के से ही आपातकालीन परिचालन केन्द्र में उपस्थित रहते हुये रेस्क्यू कार्य के निर्देशन, निगरानी, समन्वय में जुटे रहे।
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