श्री कोट : आज 5 जून 2024 को विश्व पर्यावरण दिवस के अवसर पर चल रहे राष्ट्रीय स्वयंसेवक संघ के 15 दिवसीय प्रान्त स्तरीय संघ शिक्षा वर्ग सरस्वती विद्या मंदिर इंटर कॉलेज श्रीकोट के परिसर में स्वयंसेवकों ने विभिन्न प्रकार के औषदीय फलदार पौधौं का वृक्षारोपण किया।
जागरूकता और पौधरोपण के इस कार्यक्रम में उत्तराखण्ड पर्यावरण संरक्षण गतिवीधि के सह प्रान्त संयोजक चन्दन जी ने कहा कि पर्यावरण संरक्षण आज पूरा विश्व मानव विकास की तरफ ध्यान आकृषित कर रहा है।
उन्होंने कहा कि पर्यावरण आज केवल चर्चा का विषय ना होते हुए एक जीवन जीने की पद्धति हो। इस पर सबको गंभीरता से चिंतन करते हुए इसको मात्र चर्चा विषय ही नहीं मानना है, बल्कि इसको समाज के प्रत्येक जन सहयोग के माध्यम से अपने आप मे आत्मसात करते हुए इसको अपने चारों ओर का जो हमारा पर्यावरण है। उसको ठीक करना है। इसका मुख्य उद्देश्य यह है कि पेड़ लगाना, पानी बचाना, पॉलिथीन को जीवन से हटाना, तीन बिंदुओं को ध्यान रखते हुए जनसहयोग के माध्यम से जनता को जागृत करते हुए इसको एक जन आन्दोलन बनाना है।
इसको हमने स्वयं अपने से प्रारंभ करते हुए समाज के प्रत्येक जन जन तक पहुंचाना है। अगर पर्यावरण मे, पेड़-पौधे, जल, वायु नहीं मिलेगी तो जीव-जंतुओं का जीना मुश्किल हो जायेगा। यानी कि जीवन जीना ही संभव नहीं हो पायेगा। पॉलिथीन पर्यावरण के लिए एक बहुत बड़ी बीमारी की जड़ है। जिसके द्वारा विभिन्न प्रकार के जो त्वचा रोग, कैंसर रोग और अन्य रोग हो हो रहे हैं। इसलिए पॉलिथीन को नदी नालों में नहीं डालना है। इसका कम से कम उपयोग और रिसाइकिल करना है।
उन्होंने कहा कि जीवन में अपने शुभ अवसर पर अपने घर में शादी ब्याह हो या कथा पुराण हो या जन्मदिन मना रहे हैं तो उस अवसर पर एक वृक्ष अवश्य लगाना चाहिए। वह लगाना ही नहीं उसका संरक्षण यानी कि पर्यावरण संरक्षण गतिविधि का अर्थ होता है कि पर्यावरण का संरक्षण करना है। पेड़ लगा दिया उसकी तरफ ध्यान बराबर देना है। उसका शिशु, बालक की तरह पालन पोषण करना है।
इस अवसर पर उत्तराखण्ड के प्रान्त प्रचारक डॉ. शैलैन्द्र जी, वर्ग पालक संजय जी, वर्ग सर्वाधिकारी तेजपाल जी, वर्ग कार्यवाह डॉ. जसपाल खत्री जी भी उपस्थित रहे।
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