नई दिल्ली। अठारहवीं लोकसभा की तस्वीर साफ हो गई है। भारतीय जनता पार्टी (भाजपा) के नेतृत्व में एनडीए फिर एक बार फिर सरकार बनाने जा रहा है। एनडीए को 292 और इंडी गठबंधन को 234 सीटें मिली हैं। भारतीय जनता पार्टी ने 240 सीट पर जीत हासिल की है, लेकिन वह बहुमत से 32 सीट पीछे है। वहीं दूसरी बड़ी पार्टी कांग्रेस ने 99 सीटों पर जीत हासिल की है।
सबसे बड़ा उलटफेर समाजवादी पार्टी ने किया है। उत्तर प्रदेश की यह पार्टी अब लोकसभा में तीसरी बड़ी ताकत होगी। अखिलेश यादव के नेतृत्व में समाजवादी पार्टी ने 37 सीटें जीत ली हैं। वहीं पश्चिम बंगाल में ममता बनर्जी का जादू बरकरार रहा। तृणमूल कांग्रेस ने बंगाल की 42 में से 29 सीटें जीत ली हैं। यहां भाजपा की झोली में 12 सीटें आई हैं। इनके अलावा द्रविड़ मुनेत्र कषगम (डीएमके) 22, जनता दल (यूनाइटेड) 12 और तेलुगू देशम पार्टी (टीडीपी) 16 ही ऐसे दल हैं जो दहाई की संख्या में जीत सके हैं।
भारतीय जनता पार्टी को सबसे बड़ा झटका उत्तर प्रदेश में लगा है। यहां वह पिछली 63 सीटों में से 30 घटकर 33 पर सिमट गई है। यहां समाजवादी पार्टी को 37 सीटें मिली हैं। यूपी में कांग्रेस को 6 और राष्ट्रीय लोकदल को 2 सीटें, आजाद समाज पार्टी(कांशीराम) 1 और अपना दल को 1 सीट मिली। इसके अलावा महाराष्ट्र में भी एनडीए को निराशा हाथ लगी है। यहां असली बनाम नकली पार्टी के मामले में शरद पवार और उद्धव ठाकरे की पार्टिंयों को लोगों ने अधिक जनमत दिया है।
राष्ट्रीय राजधानी दिल्ली में भारतीय जनता पार्टी ने एक बार फिर इतिहास दोहराया है और सातों सीटें जीत ली हैं।
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