देहरादून । उत्तराखंड के मुख्यमंत्री पुष्कर सिंह धामी ने पाञ्चजन्य में प्रकाशित खबर का त्वरित संज्ञान लेते हुए देहरादून और हरिद्वार जिले में मस्जिदों में लगे ध्वनि विस्तारक यंत्रों को हटाने के निर्देश पुलिस प्रशासन को जारी किए। यह कदम धार्मिक स्थलों से लाउडस्पीकर की आवाज को नियंत्रित करने के सुप्रीम कोर्ट के निर्देशों के अनुपालन में उठाया गया है।
रविवार की सुबह पाञ्चजन्य ने एक रिपोर्ट प्रकाशित की थी जिसमें बताया गया था कि देहरादून और हरिद्वार की वादियों में मस्जिदों से दिन में पांच बार “अल्लाहु अकबर” की आवाजें गूंजती हैं। रिपोर्ट में कहा गया था कि इससे स्थानीय लोगों, विशेष रूप से परीक्षा की तैयारी कर रहे छात्रों, को परेशानियों का सामना करना पड़ रहा है। सुप्रीम कोर्ट का निर्देश है कि किसी भी धार्मिक स्थल से लाउडस्पीकर की आवाज बाहर नहीं आनी चाहिए ताकि आम जनता को असुविधा न हो।
इस रिपोर्ट के प्रकाशित होने के बाद मुख्यमंत्री धामी ने तुरंत इस मामले का संज्ञान लिया और पुलिस प्रशासन को तुरंत कार्रवाई करने के निर्देश दिए। मुख्यमंत्री का निर्देश मिलते ही देहरादून पुलिस के चौकी और थाना इंचार्ज अपने-अपने क्षेत्रों में मस्जिदों में लगे लाउडस्पीकरों को हटाते नजर आए।
गौरतलब है कि रमजान के दौरान पुलिस ने मस्जिदों को हल्की आवाज में अजान देने की अनुमति दी थी, लेकिन रमजान समाप्त होने के बाद पूरी आवाज में अजान देने पर स्थानीय लोगों ने आपत्ति जताई थी। इसके परिणामस्वरूप मुख्यमंत्री धामी ने स्वयं इस मामले में हस्तक्षेप किया और त्वरित कार्रवाई के आदेश दिए।
सूत्रों के अनुसार, दर्जनों मस्जिदों से लाउडस्पीकर हटाए गए हैं। पुलिस प्रशासन ने यह सुनिश्चित किया है कि सुप्रीम कोर्ट के निर्देशों का कड़ाई से पालन हो और धार्मिक स्थलों से आने वाली आवाजें आम जनता के लिए परेशानी का कारण न बनें।
इस घटनाक्रम से यह स्पष्ट होता है कि राज्य सरकार सुप्रीम कोर्ट के निर्देशों के अनुपालन के प्रति गंभीर है और आम जनता की समस्याओं को प्राथमिकता देती है। पुलिस प्रशासन द्वारा की गई त्वरित कार्रवाई से स्थानीय लोगों में संतोष की भावना है और उन्होंने मुख्यमंत्री के इस कदम की सराहना की है।
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