इटानगर । अरुणाचल प्रदेश की 60 सदस्यीय विधानसभा के चुनाव में भारतीय जनता पार्टी (भाजपा) ने एक ऐतिहासिक विजय प्राप्त की है। भाजपा ने 46 सीटें जीतकर प्रचंड बहुमत हासिल किया और राज्य की सत्ता पर अपनी पकड़ को और मजबूत किया। इस जीत के साथ, भाजपा ने अपने पिछले रिकॉर्ड को तोड़ते हुए एक नया इतिहास रच दिया है।
चुनाव परिणाम की विस्तृत जानकारी
रविवार सुबह मतगणना शुरू होने के बाद दोपहर तक स्थिति स्पष्ट हो गई थी। चुनाव आयोग ने सभी 60 सीटों के परिणाम जारी कर दिए हैं, जिसमें भाजपा ने 46 सीटों पर जीत दर्ज की है। इसके अतिरिक्त, कांग्रेस मात्र एक सीट पर ही सिमट गई है। अन्य पार्टियों में एनपीईपी ने 5, पीपीए ने 2, एनसीपी ने 3 और निर्दलीयों ने 3 सीटों पर जीत हासिल की है।
भाजपा लगातार दूसरी बार अपने बल पर स्पष्ट बहुमत के साथ राज्य की सत्ता पर काबिज होने में सफल हुई है। इस बार भाजपा को 54.58 प्रतिशत यानी 3,32,414 वोट मिले हैं, जो कि एक बहुत बड़ा समर्थन दर्शाता है। कांग्रेस को केवल 5.56 प्रतिशत यानी 33,877 मत मिले, जो कि उसकी लोकप्रियता में भारी गिरावट को दर्शाता है।
राजनीतिक दलों की प्रतिक्रिया
भाजपा की इस ऐतिहासिक जीत पर पार्टी के शीर्ष नेतृत्व ने कार्यकर्ताओं और प्रदेश की जनता का आभार व्यक्त किया है। भाजपा के नेताओं ने कहा कि यह जीत पार्टी की नीतियों और प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के नेतृत्व पर जनता के विश्वास का प्रतीक है।
वहीं, कांग्रेस की करारी हार के बाद पार्टी में निराशा का माहौल है। पार्टी के नेताओं ने हार की समीक्षा करने और संगठन में सुधार लाने की बात कही है। अन्य दलों ने भी अपने प्रदर्शन का विश्लेषण करने का वादा किया है।
अरुणाचल प्रदेश विधानसभा चुनाव के इस परिणाम ने राज्य की राजनीतिक दिशा को स्पष्ट रूप से बदल दिया है। भाजपा की प्रचंड बहुमत से जीत ने राज्य की राजनीति में एक नया अध्याय लिखा है। यह देखना दिलचस्प होगा कि भाजपा इस समर्थन का उपयोग किस प्रकार राज्य के विकास और जनहित के कार्यों में करती है। दूसरी ओर, अन्य राजनीतिक दलों के लिए यह आत्ममंथन और पुनर्गठन का समय है, ताकि वे भविष्य में बेहतर प्रदर्शन कर सकें।
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