भारतीय रिजर्व बैंक ने बैंक ऑफ इंग्लैंड में रखे हुए देश के 100 टन सोने को वापस मंगा लिया है। इसे बैंक ने अपने भंडार में शामिल कर लिया है। ऐसा पहली बार हुआ है, जब भारत सरकार ने इतनी बड़ी मात्रा में सोने को अपने भंडार में शामिल किया है।
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क्या है पूरा मामला
मामला ऐसा है कि वर्ष 1990-91 में भारत वित्तीय संकट से गुजर रहा था तो इससे बाहर निकलने के लिए देश को करेंसी की आवश्यकता थी। अपनी जरूरतों को पूरा करने के लिए रिजर्व बैंक ने अपने सोने के भंडार का एक हिस्सा बैंक ऑफ इंग्लैंड के पास गिरवी रख दिया और उससे 405 मिलियन डॉलर का कर्ज लिया। बाद में उसी वर्ष नवंबर में भारत सरकार ने बैंक ऑफ इंग्लैंड के लोन को चुका दिया। लेकिन, अपना सोना लाजिस्टिक कारणों के चलते वहीं पर पड़ा रहने दिया। तब से वो सोना वहीं पर पड़ा हुआ था।
हालांकि, अब रिजर्व बैंक ने अपने सोने को वापस मंगाकर उसे अपने भंडार में शामिल कर लिया है। मार्च 2024 तक आरबीआई के पास सोने का कुल भंडार 822.10 टन था। लेकिन बड़ी बात ये है अभी भी आरबीआई के सोने का बड़ा भंडार अभी भी विदेशों में ही रखा गया है। अभी तक रिजर्व बैंक के पास 308 टन सोने का भंडार ही भारत में था, लेकिन 100 टन वापस लाए जाने के बाद यह 400 टन से अधिक हो गया है।
बदलते वैश्विक परिदृश्य में ये आवश्यक
गौरतलब है कि जिस तरीके से बीते कुछ वर्षों में भू राजनीतिक परिदृश्य बदला है, उसमें भारत द्वारा अपना सोना वापस लाया जाना आवश्यक है। रूस इसका उदाहरण है जब यूक्रेन औऱ रूस के बीच युद्ध शुरू हुआ तो अमेरिका ने उसके फंड को फ्रीज कर दिया था। ऐसे में भविष्य को देखते हुए भारत ने अपना सोना वापस मंगा लिया है।
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