क्या Canada में Indian Students के भविष्य पर मंडरा रहा खतरा, भूख हड़ताल को क्यों मजबूर हुए छात्र?
July 10, 2025
  • Read Ecopy
  • Circulation
  • Advertise
  • Careers
  • About Us
  • Contact Us
android app
Panchjanya
  • ‌
  • विश्व
  • भारत
  • राज्य
  • सम्पादकीय
  • संघ
  • वेब स्टोरी
  • ऑपरेशन सिंदूर
  • अधिक ⋮
    • जीवनशैली
    • विश्लेषण
    • लव जिहाद
    • खेल
    • मनोरंजन
    • यात्रा
    • स्वास्थ्य
    • धर्म-संस्कृति
    • पर्यावरण
    • बिजनेस
    • साक्षात्कार
    • शिक्षा
    • रक्षा
    • ऑटो
    • पुस्तकें
    • सोशल मीडिया
    • विज्ञान और तकनीक
    • मत अभिमत
    • श्रद्धांजलि
    • संविधान
    • आजादी का अमृत महोत्सव
    • मानस के मोती
    • लोकसभा चुनाव
    • वोकल फॉर लोकल
    • जनजातीय नायक
    • बोली में बुलेटिन
    • पॉडकास्ट
    • पत्रिका
    • ओलंपिक गेम्स 2024
    • हमारे लेखक
SUBSCRIBE
  • ‌
  • विश्व
  • भारत
  • राज्य
  • सम्पादकीय
  • संघ
  • वेब स्टोरी
  • ऑपरेशन सिंदूर
  • अधिक ⋮
    • जीवनशैली
    • विश्लेषण
    • लव जिहाद
    • खेल
    • मनोरंजन
    • यात्रा
    • स्वास्थ्य
    • धर्म-संस्कृति
    • पर्यावरण
    • बिजनेस
    • साक्षात्कार
    • शिक्षा
    • रक्षा
    • ऑटो
    • पुस्तकें
    • सोशल मीडिया
    • विज्ञान और तकनीक
    • मत अभिमत
    • श्रद्धांजलि
    • संविधान
    • आजादी का अमृत महोत्सव
    • मानस के मोती
    • लोकसभा चुनाव
    • वोकल फॉर लोकल
    • जनजातीय नायक
    • बोली में बुलेटिन
    • पॉडकास्ट
    • पत्रिका
    • ओलंपिक गेम्स 2024
    • हमारे लेखक
Panchjanya
panchjanya android mobile app
  • होम
  • विश्व
  • भारत
  • राज्य
  • सम्पादकीय
  • संघ
  • ऑपरेशन सिंदूर
  • वेब स्टोरी
  • जीवनशैली
  • विश्लेषण
  • मत अभिमत
  • रक्षा
  • धर्म-संस्कृति
  • पत्रिका
होम विश्व

क्या Canada में Indian Students के भविष्य पर मंडरा रहा खतरा, भूख हड़ताल को क्यों मजबूर हुए छात्र?

प्रिंस एडवर्ड आइलैंड के प्रशासन ने पिछले दिनों अपने प्रांत के नामांकित कार्यक्रम में स्थायी रूप से बसने वाले नामांकित लोगों की संख्या 25 फीसदी कम करने का फेसला किया है

by WEB DESK
Jun 1, 2024, 12:30 pm IST
in विश्व
नए नियम के विरुद्ध विरोध प्रदर्शन करते भारतीय छात्र

नए नियम के विरुद्ध विरोध प्रदर्शन करते भारतीय छात्र

FacebookTwitterWhatsAppTelegramEmail

बड़ी संख्या में भारतीय छात्र मॉन्ट्रियल यूथ स्टूडेंट ऑर्गनाइजेशन से जुड़े हैं। उनका कहना है कि 300 से ज्यादा ऐसे स्नातक छात्र हैं जिनके वर्क परमिट खत्म होने में बस एकाध महीना ही बचा है। लेकिन बहुत से ऐसे भारतीय छात्र हैं जो यहीं रहने का मन बना चुके हैं। उनके बारे में सरकार को सोचना चाहिए।


कनाडा में सरकार ने प्रवासन नीतियों में बदलाव किया है। इस बदलाव को लेकर वहां बड़ी संख्या में पढ़ रहे दूसरे देशों के छात्र, विशेषकर भारतीय छात्रों में चिंता बढ़ गई है। उन्हें लग रहा है कि शायद अब उन्हें कनाडा से निकलना पड़ सकता है।

नीतियों में ये बदलाव कनाडा के प्रिंस एडवर्ड आइलैंड में देखने में आया है। वहां सरकार ने अप्रवासन के कायदे बदले हैं और इस बदलाव का सबसे अधिक प्रभाव भारत के उन छात्रों पर पड़ने की आशंका बढ़ गई है, जो वहां रहकर पढ़ाई पूरी करने के बाद काम पर लगे हुए हैं। कायदे ऐसे बना दिए गए है कि शायद अब वे उस देश में ज्यादा न टिक पाएं।

नए नियमों के विरोध में दूसरे देशों के छात्र, जिनमें भारतीय छात्रों की अच्छी—खासी संख्या है, भूख हड़ताल तक करने को मजबूर हो गए हैं। ऐसा प्रिंस एडवर्ड आइलैंड में देखने में आया है जहां बड़ी संख्या में भारत से वहां पढ़ने गए छात्र भूख हड़ताल कर रहे हैं।

कनाडा का यह प्रांत प्रिंस एडवर्ड आइलैंड के पूर्वी तट पर है। दूसरे देशों के छात्रों का एकजुट होकर नए नियमों के विरुद्ध चल रहा विरोध प्रदर्शन वहां सुर्खियों में छाया हुआ है। प्रदर्शन कर रहे छात्रों का कहना है कि इन नियमों के लागू होने से उनके आने वाले कल की तमाम उम्मीदें धरी रह जाएंगी, बहुत संभव है कि उन्हें उस देश से निकलना पड़े।

प्राप्त जानकारी के अनुसार, प्रिंस एडवर्ड आइलैंड के प्रशासन ने पिछले दिनों अपने प्रांत के नामांकित कार्यक्रम में फेरबदल की है। उस प्रांत की सरकार ने तय किया है कि साल 2024 में उक्त कार्यक्रम के अंतर्गत स्थायी रूप से बसने वाले नामांकित लोगों की संख्या 25 फीसदी कम करने का फेसला कर लिया है। यही एक कार्यक्रम है जिसके माध्यम से कनाडा में हमेशा के लिए बसने का प्रबंध होता था। लेकिन अब इसमें कटौती का सीधा असर उन भारतीय तथा अन्य देशों के छात्रों पर पड़ना तय माना जा रहा है, ​जो किसी नौकरी में लग कर वहीं बसना चाहते थे। इस नए नियम के विरुद्ध वहां पिछले लगभग 20—22 दिनों से छात्र विरोध जता रहे हैं, प्रदर्शन कर रहे हैं। लेकिन जब कोई सुनवाई होती नहीं दिखी तो छात्रों को भूख हड़ताल ही एकमात्र रास्ता सूझा और गत 28 मई से वे भूख हड़ताल पर बैठे हैं।

प्रिंस एडवर्ड आइलैंड की सरकार ने इस बदलाव के पीछे वजह स्वास्थ्य सेवाओं पर असर और बसने के लिए घरों की कमी को बताया है। नए नियम गत फरवरी माह में घोषित किए गए थे। अब इनसे होगा ये कि दूसरे देशों के जो छात्र पढ़ाई पूरी करने के बाद ‘वर्क परमिट’ लेकर रीटेल, खानपान और होटल या रेस्तरां में काम कर रहे थे उनके परमिट खत्म होने पर उनके पास देश से जाने के अलावा शायद और कोई चारा नहीं बचेगा। यही भारतीय छात्रों के चिंता का विषय है क्यों कि इन सेवाओं में उनकी संख्या सबसे ज्यादा है।

बड़ी संख्या में भारतीय छात्र मॉन्ट्रियल यूथ स्टूडेंट ऑर्गनाइजेशन से जुड़े हैं। उनका कहना है कि 300 से ज्यादा ऐसे स्नातक छात्र हैं जिनके वर्क परमिट खत्म होने में बस एकाध महीना ही बचा है। लेकिन बहुत से ऐसे भारतीय छात्र हैं जो यहीं रहने का मन बना चुके हैं। उनके बारे में सरकार को सोचना चाहिए।

अचानक नियमों में आए इस बदलाव से छात्र सच में परेशान हैं। अब उनकी प्रमुख मांगें य​ही हैं कि नियमों में बदलाव से पहले से जो छात्र कनाडा में वर्क परमिट के तहत काम करते आ रहे हैं, उन्हें पहले जैसे बसने की इजाजत दी जाए। उनकी दूसरी मांग है कि प्वाइंट व्यवस्था के तहत विभिन्न सेवाओं को जोड़ा जाए जिससे 25 साल से कम उम्र वालों के लिए वर्क परमिट पाना आसान हो और जिनके पास पहले से वर्क परमिट है, उसकी मियाद बढ़ाई जाए। प्रदर्शनकारी छात्रों का कहना है कि अगर ये मांगें नहीं मानी जातीं तो विरोध प्रदर्शन और तीव्र किए जाएंगे।

Topics: canadadeportationIndian studentsimmigration lawsIndiaभारतकनाडा
ShareTweetSendShareSend
Subscribe Panchjanya YouTube Channel

संबंधित समाचार

फैसल का खुलेआम कश्मीर में जिहाद में आगे रहने और खून बहाने की शेखी बघारना भारत के उस दावे को पुख्ता करता है कि कश्मीर में जिन्ना का देश जिहादी भेजकर आतंक मचाता आ रहा है

जिन्ना के देश में एक जिहादी ने ही उजागर किया उस देश का आतंकी चेहरा, कहा-‘हमने बहाया कश्मीर में खून!’

Operation Sindoor: बेनकाब हुआ चीन, ‘ऑपरेशन सिंदूर’ में ऐसे कर रहा था अपने दोस्त पाक की मदद

जनरल असीम मुनीर

जिन्ना के देश ने कारगिल में मरे अपने जिस जवान की लाश तक न ली, अब ‘मुल्ला’ मुनीर उसे बता रहा ‘वतनपरस्त’

चीन के राष्ट्रपति शी जिनपिंग की ब्रिक्स शिखर सम्मेलन में नहीं गए

BRICS से गायब शी जिनपिंग, बीजिंग में राष्ट्रपति Xi Jinping के उत्तराधिकारी की खोज तेज, अटकलों का बाजार गर्म

विश्व में भारत का गौरव

प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी ने पोर्ट ऑफ स्पेन स्थित रेड हाउस में शुक्रवार को त्रिनिदाद और टोबैगो की प्रधानमंत्री कमला प्रसाद-बिसेसर से भेंट की।

भारत-त्रिनिदाद और टोबैगो के बीच 6 समझौते, भारतीय मूल की छठी पीढ़ी तक मिलेगा ओसीआई कार्ड

टिप्पणियाँ

यहां/नीचे/दिए गए स्थान पर पोस्ट की गई टिप्पणियां पाञ्चजन्य की ओर से नहीं हैं। टिप्पणी पोस्ट करने वाला व्यक्ति पूरी तरह से इसकी जिम्मेदारी के स्वामित्व में होगा। केंद्र सरकार के आईटी नियमों के मुताबिक, किसी व्यक्ति, धर्म, समुदाय या राष्ट्र के खिलाफ किया गया अश्लील या आपत्तिजनक बयान एक दंडनीय अपराध है। इस तरह की गतिविधियों में शामिल लोगों के खिलाफ कानूनी कार्रवाई की जाएगी।

ताज़ा समाचार

‘अचानक मौतों पर केंद्र सरकार का अध्ययन’ : The Print ने कोविड के नाम पर परोसा झूठ, PIB ने किया खंडन

UP ने रचा इतिहास : एक दिन में लगाए गए 37 करोड़ पौधे

गुरु पूर्णिमा पर विशेष : भगवा ध्वज है गुरु हमारा

प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी को नामीबिया की आधिकारिक यात्रा के दौरान राष्ट्रपति डॉ. नेटुम्बो नंदी-नदैतवाह ने सर्वोच्च नागरिक सम्मान दिया।

प्रधानमंत्री मोदी को नामीबिया का सर्वोच्च नागरिक सम्मान, 5 देशों की यात्रा में चौथा पुरस्कार

रिटायरमेंट के बाद प्राकृतिक खेती और वेद-अध्ययन करूंगा : अमित शाह

फैसल का खुलेआम कश्मीर में जिहाद में आगे रहने और खून बहाने की शेखी बघारना भारत के उस दावे को पुख्ता करता है कि कश्मीर में जिन्ना का देश जिहादी भेजकर आतंक मचाता आ रहा है

जिन्ना के देश में एक जिहादी ने ही उजागर किया उस देश का आतंकी चेहरा, कहा-‘हमने बहाया कश्मीर में खून!’

लोन वर्राटू से लाल दहशत खत्म : अब तक 1005 नक्सलियों ने किया आत्मसमर्पण

यत्र -तत्र- सर्वत्र राम

NIA filed chargesheet PFI Sajjad

कट्टरपंथ फैलाने वाले 3 आतंकी सहयोगियों को NIA ने किया गिरफ्तार

उत्तराखंड : BKTC ने 2025-26 के लिए 1 अरब 27 करोड़ का बजट पास

  • Privacy
  • Terms
  • Cookie Policy
  • Refund and Cancellation
  • Delivery and Shipping

© Bharat Prakashan (Delhi) Limited.
Tech-enabled by Ananthapuri Technologies

  • Search Panchjanya
  • होम
  • विश्व
  • भारत
  • राज्य
  • सम्पादकीय
  • संघ
  • ऑपरेशन सिंदूर
  • वेब स्टोरी
  • जीवनशैली
  • विश्लेषण
  • लव जिहाद
  • खेल
  • मनोरंजन
  • यात्रा
  • स्वास्थ्य
  • धर्म-संस्कृति
  • पर्यावरण
  • बिजनेस
  • साक्षात्कार
  • शिक्षा
  • रक्षा
  • ऑटो
  • पुस्तकें
  • सोशल मीडिया
  • विज्ञान और तकनीक
  • मत अभिमत
  • श्रद्धांजलि
  • संविधान
  • आजादी का अमृत महोत्सव
  • लोकसभा चुनाव
  • वोकल फॉर लोकल
  • बोली में बुलेटिन
  • ओलंपिक गेम्स 2024
  • पॉडकास्ट
  • पत्रिका
  • हमारे लेखक
  • Read Ecopy
  • About Us
  • Contact Us
  • Careers @ BPDL
  • प्रसार विभाग – Circulation
  • Advertise
  • Privacy Policy

© Bharat Prakashan (Delhi) Limited.
Tech-enabled by Ananthapuri Technologies