पश्चिम बंगाल में तीन मुस्लिम युवतियों ने सनातन धर्म में घर वापसी कर ली। उन्होंने सनातन धर्म में महिलाओं के प्रति सम्मान और स्वतंत्रता से प्रभावित होकर घर वापसी की। युवतियों ने हिंदू युवकों से विवाह भी किया।
रिपोर्ट के मुताबिक, युवतियों ने घर वापसी करने के बाद कहा कि वो लंबे वक्त से हिन्दू धर्म में महिलाओं को मिलने वाले सम्मान से प्रभावित थीं और घर वापसी करना चाहती थीं। लेकिन उनके परिजन लगातार इसका विरोध कर रहे थे। उन्होंने अपने जीवन में परिवर्तन लाने के लिए सनातन धर्म अपनाने का निर्णय लिया।
घर वापसी के बाद संभावित जोखिम से बचने के लिए उन्होंने मीडिया से अपनी पहचान छुपाने का फैसला किया है। साथ ही घर वापसी के बाद कट्टरपंथियों द्वारा दी जा रही धमकियों और दुर्व्यवहारों से अपनी सुरक्षा की गुहार लगाई है।
लुत्फर्नेशा खातून ने भी अपनाया सनातन धर्म
इस बीच पश्चिम बंगाल के ही दक्षिण 24 परगना जिले की डायमंड हार्बर तहसील से भी घर वापसी की घटना सामने आई है। यहीं की रहने वाली मुस्लिम महिला लुत्फर्नेशा खातून ने भी सनातन धर्म में घर वापसी कर ली है। मुस्लिम युवती लंबे वक्त से एक हिन्दू युवक से प्रेम करती थी। इसी के चलते वो उसके साथ शादी करना चाहती थी। हालांकि, उसके परिजन इसके लिए तैयार नहीं थे। अपनी इसी समस्या को दूर करने के लिए उसने सनातन धर्म में घर वापसी करने का फैसला किया।
लुत्फर्नेशा ने इसके लिए एक हिन्दू कार्यकर्ता से संपर्क साधा और फिर उसकी मदद से सनातन धर्म अपना लिया। दोनों के परिवार वाले इस रिश्ते के खिलाफ थे, लेकिन फिर भी दोनों ने शादी कर ली।
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