उत्तर प्रदेश में निर्वाचन आयोग के निर्देशों के अनुपालन में पुलिस, आयकर, आबकारी, नार्कोटिक्स एवं अन्य विभागों द्वारा निरंतर कार्रवाई की जा रही है। बड़ी संख्या में चेक पोस्ट के माध्यम से प्रदेश में आने वाली गैर कानूनी चीजों की जांच की जा रही है। इसी के साथ शांति भंग की आशंका में बड़ी संख्या में लोगों को पाबंद किया गया है। पुलिस ने हजारों अवैध शस्त्र, कारतूस और विस्फोटक को सीज किया है, जबकि अवैध शस्त्र बनाने वाले केंद्रों को भी बंद कराया गया है।
उल्लेखनीय है कि 16 मार्च, 2024 को लोकसभा सामान्य निर्वाचन-2024 की निर्वाचन तिथियों की घोषणा के साथ ही प्रदेश में स्वतंत्र, निष्पक्ष, शांतिपूर्ण, भयमुक्त, प्रलोभनमुक्त, समावेशी व सुरक्षित मतदान कराने के लिए पूरे प्रदेश में आदर्श आचार संहिता प्रभावी है। प्रदेश के मुख्य निर्वाचन अधिकारी नवदीप रिणवा ने बताया कि प्रदेश में सघन जांच के लिए 464 अंतरराज्यीय चेक पोस्ट तथा 1730 चेक पोस्ट संचालित किए जा रहे हैं। 16 मार्च से 27 मई, 2024 तक पुलिस विभाग द्वारा 537 लाइसेंसी शस्त्र जब्त किए गए हैं। वहीं, 4766 लाइसेंसी शस्त्रों के लाइसेंस निरस्त कर जमा कराए गए हैं। इसी प्रकार शांति भंग की आशंका में सीआरपीसी के तहत निरोधात्मक कार्रवाई करते हुए 28,28,174 लोगों को पाबंद किए जाने के लिए नोटिस जारी की गई है, जिनमें से 26,82,469 लोगों को पाबंद किया जा चुका है। इसके अतिरिक्त पुलिस विभाग द्वारा 10099 बिना लाइसेंसी शस्त्र, 10258 कारतूस, 3099.32 किलोग्राम विस्फोटक व 604 बम बरामद किया गया है। पुलिस द्वारा अवैध शस्त्र बनाने वाले 5289 केंद्रों पर दबिश देकर 188 केंद्रों को सीज किया गया।
मुख्य निर्वाचन अधिकारी ने बताया कि सभी जिम्मेदार विभागों द्वारा अनवरत कार्रवाई की जा रही है। इसी क्रम में 27 मई सोमवार को भी बड़ी संख्या में पुलिस द्वारा एक्शन लिया गया है। उन्होंने बताया कि 27 मई, 2024 को पुलिस विभाग द्वारा सीआरपीसी के तहत निरोधात्मक कार्रवाई करते हुए 5923 लोगों को पाबंद किया गया है। इसके अतिरिक्त बिना लाइसेंस के 42 शस्त्र, 48 कारतूस व 9 बम बरामद कर सीज किए गए हैं। यही नहीं, अवैध शस्त्रों पर अंकुश लगाने के लिए पुलिस द्वारा अवैध शस्त्र बनाने वाले 37 केंद्रों पर दबिश दी गई।
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