गाजा के दक्षिणी शहर राफा में इजरायली स्ट्राइक के बाद संयुक्त राष्ट्र सुरक्षा परिषद ने मंगलवार को आपातकालीन बैठक बुलाई है। डिप्लोमेट्स का कहना है कि इस मामले को लेकर अल्जीरिया ने बंद कमरे में बैठक का अनुरोध किया था, जो कि सुरक्षा परिषद का एक अस्थायी सदस्य है।
दरअसल, इजरायल ने राफा में विस्थापित व्यक्तियों के शिविर में हमास के दो वरिष्ठ आतंकियों को निशाना बनाकर हमला किया। इसमें कथित तौर पर दर्जनों की संख्या में फिलिस्तीनियों की कथित तौर पर मौत हो गई थी।
क्या है पूरा मामला
गौरतलब है कि रविवार को आतंकी संगठन हमास ने करीब सात माह बाद एक बार फिर से इजरायल पर रॉकेट दाग दिए। इसके बाद तो जैसे इजरायल का पारा सातवें आसमान पर पहुंच गया। इजरायली डिफेंस फोर्स के जवानों ने गाजा के राफा शहर ताबड़तोड़ एयर स्ट्राइक की। इजरायल के हवाई हमले में कथित तौर पर 45 फिलिस्तीनियों के मारे जाने की खबर है। इसके साथ ही बताया जा रहा है कि इस हमले में सैकड़ों की संख्या में लोग घायल भी हुए हैं।
हालांकि, इस हमले के तुरंत बाद इजरायली प्रधानमंत्री बेंजामिन नेतन्याहू ने तुरंत अपनी गलती मानते हुए कहा कि यह एक दुखद गलती थी। साथ ही उन्होंने ये भी कहा कि हम आम लोगों की नहीं मारना चाहते थे, लेकिन हमास के बर्बर आतंकियों को खात्म करने के लिए हवाई हमले करने पड़ते हैं। दरअसल, हुआ कुछ यूं कि आईडीएफ ने हमास के ठिकाने को निशाना बनाकर हमला किया था, लेकिन हमले की चपेट में रिफ्यूजी कैंप आ गए।
इसे भी पढ़ें: अब Islamist जिहादी लादेन के नाम से बनी Beer, लोगों की उत्सुकता ने उनकी सोच पर उठाए सवाल
इस बीच बंधकों को छुड़ाने को लेकर इजरायली प्रधानमंत्री बेंजामिन नेतन्याहू के खिलाफ भी इजरायली लोगों का गुस्सा भड़कता जा रहा है। लोगों ने शनिवार को भी बंधकों की रिहाई को लेकर प्रदर्शन किया था। दूसरी ओर फिलिस्तीनियों का आरोप है कि इजरायल और अमेरिका सीजफायर की झूठी दिलासा दे रहे हैं।
आईसीजे ने इजरायल को राफा हमला रोकने को कहा था
उल्लेखनीय है कि पिछले सप्ताह ही अंतरराष्ट्रीय अदालत ने इजरायल को राफा में सैन्य अभियान रोकने का आदेश दिया था। इसके जबाव में इजरायल ने भी कहा था कि उसने न तो राफा में हमला किया है और न ही करेगा।
टिप्पणियाँ