ब्लॉगिंग की शुरुआत करने वाले व्यक्ति के लिए पहला सवाल यह होना चाहिए कि वह ऐसा क्यों करना चाहता है? यह इसलिए ताकि आप अपने लक्ष्य के अनुरूप तैयारी कर सकें और योजना बना सकें। अनेक लोग महज शौक के तौर पर ब्लॉग शुरू कर देते हैं और पाठकों से अच्छा रेस्पॉन्स न मिलने के कारण कुछ ही सप्ताह या महीनों में निरुत्साहित हो जाते हैं। अच्छा है कि शुरू करने से पहले ही आपका मंतव्य स्पष्ट हो।
ब्लॉगिंग के पीछे कई प्रेरक कारण हो सकते हैं- उदाहरण के लिए, अपनी रचनाओं के लिए इंटरनेट पर एक ठिकाना बनाना। यह उद्देश्य उन लेखकों के लिए बहुत अनुकूल है जिन्हें पत्र-पत्रिकाओं और दूसरे मंचों पर जगह नहीं मिलती। यह आपका अपना ई-प्रकाशन है जिसे आप खुद नियंत्रित करेंगे और वहां आने वाली रचनाओं की गुणवत्ता के लिए स्वयं ही उत्तरदायी होंगे। जैसा कि सोशल मीडिया का चलन है, अगर आपकी रचनाएं अच्छी होंगी तो आपका मंच लोकप्रिय हो जाएगा।
अगर आप एक चर्चित व्यक्ति हैं तो ब्लॉग का प्रयोग अपने आधिकारिक मंच के रूप में कर सकते हैं, वैसे ही जैसे कुछ प्रसिद्ध लोगों की अपनी वेबसाइटें होती हैं। अगर आप चाहते हैं कि आपके बयानों को कहीं पर गलत ढंग से पेश न कर दिया जाए तो ब्लॉग एक अच्छा स्थान है जहां पर आप अपने आधिकारिक बयानों, टिप्पणियों, प्रेस विज्ञप्तियों, सूचनाओं आदि का दस्तावेजीकरण कर सकते हैं। अनेक मीडिया घराने और प्रशंसक ऐसे ब्लॉगों पर नियमित रूप से आते हैं ताकि संबंधित व्यक्ति से जुड़ी प्रामाणिक सूचनाएं नियमित रूप से मिलती रहें।
जो लोग कोई सेवा प्रदान करते हैं या जिनके पास बेचने के लिए कोई उत्पाद है, उनके लिए भी ब्लॉग एक अच्छा विकल्प है। वे अपने क्षेत्र के बारे में गुणवत्तापूर्ण जानकारियां पोस्ट कर सकते हैं और लोगों को अपनी सेवाएं या उत्पाद की ओर आकर्षित कर सकते हैं। यूं ऐसे लोग अपनी वेबसाइटें भी बना सकते हैं लेकिन ब्लॉग का अपना महत्व है जो कन्टेन्ट पर अधिक फोकस करता है और एक ‘व्यावसायिक मंच’ जैसा प्रतीत नहीं होता। ब्लॉगों की सामग्री को सर्च इंजनों पर भी अहमियत मिलती है जो आपके कन्टेन्ट की गुणवत्ता पर निर्भर करती है।
लेखक अपनी किताबों के लिए, शिक्षक अपनी कक्षाओं के लिए, योग प्रशिक्षक अपनी योग कक्षाओं के लिए, संगीतज्ञ अपने प्रशिक्षण के लिए, फ्रीलांसर पत्रकार मीडिया के लिए लिखे गए अपने लेखों की गुणवत्ता दिखाने के लिए, चार्टर्ड अकाउंटेंट अपनी सेवाओं के लिए तो वकील अपनी सलाहकार सेवाओं के लिए ब्लॉग बना सकते हैं। आजकल कुछ लोग कानूनी सेवाओं पर तो कुछ सरकारी योजनाओं पर ब्लॉग चलाते हैं। कुछ लोग सेहत के मुद्दों को, तो कुछ विद्यार्थियों के लिए प्रवेश परीक्षाओं को अपना विषय बनाते हैं। सबकी अपनी उपयोगिता है। ब्लॉग को लोकप्रिय बनाने के लिए जरूरी है कि आप अपने काम को प्रचारित करने के साथ-साथ उस क्षेत्र में अपने ज्ञान को लोगों तक पहुंचाने के लिए भी लेख और टिप्पणियां पोस्ट करें।
अनेक लोग ब्लॉग इसलिए बनाना चाहते हैं ताकि वे विज्ञापन तथा दूसरे माध्यमों के जरिए इनसे नियमित आय प्राप्त कर सकें। ऐसा करने में कुछ भी गलत नहीं है। वास्तव में अच्छे पत्रकारों, लेखकों आदि के लिए यह नए जमाने का अच्छा स्व-रोजगार भी है। अगर आप भी ऐसा करना चाहते हैं तो अपना एक खास क्षेत्र तय करें और उससे जुड़ी उपयोगी सामग्री, सूचनाओं, समाचारों, लेखों आदि को उपलब्ध कराना शुरू कर दें। जैसे-जैसे आपका ब्लॉग लोकप्रिय होगा, आपको विज्ञापन मिलने और उनसे अच्छी आय होने की संभावना बेहतर होती चली जाएगी। ये विज्ञापन कैसे मिलते हैं, यह बात हम अगले लेखों में बताएंगे।
(लेखक माइक्रोसॉफ़्ट एशिया में डेवलपर मार्केटिंग के प्रमुख हैं)
टिप्पणियाँ