कंगाल देश पाकिस्तान के लोग भीख मांगने दूसरे देशों में जाते हैं, ऐसी खबर पहले आ चुकी है। पाकिस्तानी आतंकी पैदा करता है, यह भी सभी जानते हैं। अब जिन्ना के इस देश के लोग दूसरे देशों में भारतीयों का अपहरण भी करने लगे हैं। तुर्किए और कंबोडिया से ऐसी घटनाएं सामने आई हैं। कुछ भारतीयों को पाकिस्तानियों ने फिरौती के लिए अगवा किया।
तुर्किए में पुलिस ने तीन पाकिस्तानी नागरिकों को गिरफ्तार किया। इन पाकिस्तानियों ने भारतीय नागरिक अखिल कृष्णन राधाकृष्णन को फिरौती के लिए अगवा कर लिया था। तुर्किए की समाचार एजेंसी ntv के अनुसार तीन पाकिस्तानी नागरिकों को एडिर्न में गिरफ्तार किया गया। अखिल कृषणन को पुलिस ने उनके चंगुल से छुड़ाया।
18 अप्रैल को अखिल कृष्णन तुर्किए गए थे। वहां पर एक रेस्टोरेंट में बर्तन धोने का काम कर रहे थे। वहीं उनकी मुलाकात पाकिस्तानी नागरिकों से हुई और उन्होंने अखिल को ट्रांसलेटर की नौकरी का झांसा दिया। उनसे कहा कि उन्हें एक रियल एस्टेट एजेंट और ट्रांसलेटर के रूप मे उनके लिए काम करना होगा। इसके बदले में उन्हें 180 हजार लीरा (करीब साढ़े चार लाख भारतीय रुपये) हर महीने मिलेंगे। अखिल को यह प्रस्ताव पसंद आया और वह उनसे मिलने के लिए एडिर्न गए। वहां अखिल का अपहरण कर लिया गया। उन लोगों ने अखिल के हाथ-पैर बांध दिए और एक वीडियो बनाकर भारत में अखिल के परिवार के पास भेजा और उनसे दो लाख रुपए मांगे।
परिवार ने पैसों का इंतजाम करने के लिए समय मांगा और तुर्किए में अखिल के दोस्त से मदद मांगी। एडिर्न पुलिस ने सूचना पाते ही कदम उठाया और जब अखिल की तलाश शुरू की तो पता चला कि अगवा किए गए राधाकृष्णन यान्सिकिक साहिन जिले में सेह सेलेबी मस्जिद स्ट्रीट पर एक घर में हैं। पुलिस को देखकर अपहरणकर्ताओं ने भागने का प्रयास किया, मगर पुलिस ने तीनों को पकड़ लिया। एक को छत पर पकड़ा, दूसरे को दो अपार्टमेंट के बीच की जगह पर और तीसरे को एक कोयले के शेड में । इस प्रकार तीनों पाकिस्तानी पकड़ में आ गए। अखिल को मुक्त करा लिया गया। घर और संदिग्धों की तलाशी के दौरान उनके पास से एक गैर लाइसेंसी बन्दूक, 4 कारतूस, काटने के उपकरण, 220 यूरो और 16 हजार 230 लीरा जब्त किए गए। उस घर को किराए पर देने वाला व्यक्ति भी आपराधिक रिकॉर्ड वाला है।
ऐसी ही एक और घटना सामने आई है कंबोडिया से। वहां पकिस्तानियों ने दो भारतीयों का अपहरण कर लिया था। khmertimeskh के अनुसार दो भारतीयों को तीन सप्ताह तक अगवा कर बंधक बनाकर रखने वाले दो पाकिस्तानी नागरिकों को नोम पेन्ह से गिरफ्तार किया गया। 18 मई, 2024 को सेन सोक जिले की पुलिस ने कमरा नंबर 1907, “द गार्डन रेजिडेंस”, 1984 स्ट्रीट, नोम पेन्ह थमी विलेज, नोम पेन्ह थमी संगकट, सेन सोक जिला, नोम पेन्ह से दो पाकिस्तानी नागरिकों को गिरफ्तार किया।
पुलिस ने उन भारतीयों को मुक्त कर दिया, जिन्हें 25 अप्रैल, 2024 से 16 मई, 2024 तक बंधक बनाकर रखा गया था। इस वेबसाइट के अनुसार 30 वर्षीय पीड़ित मोहम्मद साद और सुदित कुमार को उनके साथ हुई दरिंदगी के दौरान हथकड़ी लगाई गई, पीटा गया और आंखों पर पट्टी बांध दी गई। इस अपराध के लिए पाकिस्तानी मूल के 32 वर्षीय सब्तैन बिन नासिर और 34 वर्षीय सैयद अली हुसैन को गिरफ्तार किया गया।
Pakistanis had kidnapped Indian in Cambodia as well. Looks like they have started kidnaping business overseas.https://t.co/joazkkQ9GV
— Suvu • সুভু • 苏布 🐘 (@suvulionise) May 22, 2024
सब्तैन बिन नासिर और सैयद अली हुसैन ने रेस्टोरेंट खोलने के लिए मदद मांगी थी। पीड़ितों के पासपोर्ट जब्त कर लिए गए थे और फिर हर एक के लिए 10,000 डॉलर की फिरौती मांगी अर्थात उन्होंने कुल 20,000 डॉलर की फिरौती मांगी। 17 मई, 2024 की सुबह, जब ये तीनों पाकिस्तानी संदिग्ध उनके साथ नहीं थे, तो दोनों पीड़ित मदद के लिए चिल्लाए, फिर कॉन्डोमिनियम स्टाफ ने दरवाजा खोला और दोनों पीड़ितों को नए नोम पेन्ह प्रशासनिक पुलिस स्टेशन भेजा गया। अधिकारी उन्हें सेन सोक जिला पुलिस निरीक्षणालय ले गए।
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