गुजरात के पोरबंदर का निवासी जतिन चारणीया, जो एक मछुआरा है, पाकिस्तान के एजेंट के हनी ट्रैप में फंसकर भारतीय नेवी और कोस्टगार्ड की संवेदनशील जानकारी पाकिस्तान भेजता था। लंबे समय से वॉच में रही पुलिस ने पुख्ता सबूत मिलने के बाद आज जतिन को गिरफ्तार कर पांच दिन के रिमांड पर लिया है।
हनी ट्रैप में फंसा जतिन
गुजरात एटीएस को खबर मिली थी कि पोरबंदर का यह मछुआरा, पाकिस्तान से संचालित एक सोशल मीडिया अकाउंट ‘Advika Prince’ के संपर्क में था। इस अकाउंट के जरिए पाकिस्तानी एजेंट ने जतिन को खूबसूरत महिला की तस्वीरें भेजकर हनी ट्रैप में फंसाया और उसका विश्वास जीत लिया।
जतिन पिछले चार महीनों से इस सोशल मीडिया अकाउंट के संपर्क में था और व्हाट्सएप, फेसबुक मैसेंजर और टेलीग्राम जैसी चैट एप्लीकेशंस के जरिए संवेदनशील जानकारी पाकिस्तान भेजता था। इसके बदले में उसे किस्तों में ₹6000 भी मिलते थे।
संवेदनशील जानकारी भेजी पाकिस्तान
पुलिस जांच में पता चला है कि जतिन ने पाकिस्तानी एजेंट के कहने पर पोरबंदर का समंदर, पोरबंदर की जेटी, जेटी पर लगे शिप, इंडियन कोस्टगार्ड की जेटी और कोस्टगार्ड की शिप समेत कई वीडियो बनाकर पाकिस्तान भेजे थे। इस जानकारी का प्रयोग पाकिस्तान की ओर से देशविरोधी गतिविधियों के लिए किया जा सकता था।
गिरफ्तारी की प्रक्रिया
गुजरात एटीएस ने जतिन के सोशल मीडिया अकाउंट और वित्तीय लेन-देन पर नजर रखी हुई थी। पुख्ता सबूत मिलने के बाद, आज उसे गिरफ्तार कर लिया गया और पूछताछ के लिए अहमदाबाद लाया गया है। जतिन ने पाकिस्तान को किस प्रकार की जानकारी भेजी है, इस बात की गहराई से जांच की जा रही है।
कैसे हुआ पर्दाफाश
जतिन का पर्दाफाश तब हुआ जब पाकिस्तानी एजेंट ने उसे एक सिम कार्ड एक्टिवेट करने के लिए कहा था। जतिन ने इस सिम कार्ड का ओटीपी दूसरे नंबर से ‘Advika’ को भेजा था। एटीएस को पता चला कि उस व्हाट्सएप का आईपी एड्रेस पाकिस्तान में था, जिससे पूरी देशविरोधी गतिविधि का खुलासा हुआ।
आगे की जांच
पुलिस की जांच में जतिन जैसे अन्य पाकिस्तानी जासूसों के नाम भी सामने आ सकते हैं। जतिन को पांच दिन के रिमांड पर लेकर उससे गहराई से पूछताछ की जा रही है, जिससे और भी महत्वपूर्ण जानकारी मिलने की संभावना है।
गुजरात एटीएस की इस कार्रवाई से साफ हो गया है कि पाकिस्तान भारतीय नागरिकों को हनी ट्रैप में फंसाकर संवेदनशील जानकारी जुटाने का प्रयास कर रहा है। ऐसे में आम नागरिकों को भी सतर्क रहने की जरूरत है ताकि देश की सुरक्षा में कोई चूक न हो।
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