नई दिल्ली । क्या आपने कभी ‘राइट टू रिपेयर’ के बारे में सुना है? अगर नहीं, तो आज हम आपको इसके बारे में विस्तार से बताएंगे और यह भी समझाएंगे कि यह आपके लिए कैसे मददगार हो सकता है।
जब आपका मोबाइल, फ्रिज, या टीवी खराब हो जाता है, तो आप सामान्यतः सर्विस सेंटर का रुख करते हैं। लेकिन इसमें एक जोखिम भी होता है कि आपके उपकरण के पार्ट्स चोरी हो सकते हैं या बदल दिए जा सकते हैं। इसी समस्या से निजात दिलाने के लिए मिनिस्ट्री ऑफ कंज्यूमर अफेयर्स (MCA) ने ‘राइट टू रिपेयर’ पोर्टल लॉन्च किया है, जिसमें नागरिकों को बिना वारंटी खोए अपने गैजेट्स और अप्लायंसेज को रिपेयर कराने की अनुमति दी जाती है।
क्या है ‘राइट टू रिपेयर’?
राइट टू रिपेयर यूजर्स को अपने डिवाइसेज को ओरिजिनल मैन्यूफैक्चरर्स या थर्ड पार्टी रिपेयर शॉप से कम खर्च पर रिपेयर कराने का अधिकार देता है। इस पोर्टल का उद्देश्य यूजर्स को नए प्रोडक्ट खरीदने के बजाय अपने पुराने डिवाइस को ठीक कराने की आजादी देना है, जिससे आपका खर्चा कम होगा। यह सुविधा कंज्यूमर ड्यूरेबल्स, इलेक्ट्रॉनिक डिवाइसेज, ऑटोमोबाइल्स और फार्म इक्यूपमेंट पर उपलब्ध है।
यूजर्स को कैसे करेगा मदद?
यदि आपने कोई फोन या लैपटॉप खरीदा हो और कुछ ही दिनों में यह काम करना बंद कर दे या स्लो हो जाए, तो क्या होगा? ऐसा कहा जाता है कि कुछ कंपनियां अपने प्रोडक्ट्स को एक निश्चित अवधि के बाद काम करना बंद करने के लिए डिजाइन करती हैं, जिसे ‘प्लान्ड ओबसेलेंस’ कहा जाता है। इस समस्या से निपटने के लिए सरकार ने ‘राइट टू रिपेयर इंडिया’ नाम की वेबसाइट बनाई है।
क्या स्पेयर पार्ट्स असली हैं?
कभी-कभी, जब आपको अपने डिवाइस को ठीक कराना होता है, तो आप नकली स्पेयर पार्ट्स खरीद लेते हैं। यह वेबसाइट आपको यह सीखने में मदद करती है कि आप असली स्पेयर पार्ट्स की पहचान कैसे कर सकते हैं।
प्रोडक्ट पार्ट्स कहां से आते हैं?
यह जानना बेहद जरूरी है कि आपके डिवाइस के हिस्से कहां से आते हैं। यह वेबसाइट आपको उन देशों के बारे में बताती है जहां पार्ट्स बनाए गए थे।
कीमत और वारंटी
जब आपको कुछ ठीक कराने की आवश्यकता होती है, तो आप जानना चाहते हैं कि इसकी लागत कितनी होगी और क्या यह वारंटी में कवर किया जाएगा। इसकी जानकारी भी आपको यहां से मिल जाएगी।
सरकार को उम्मीद है कि इस पोर्टल के जरिए आपके लिए अपने डिवाइस को ठीक कराना और प्रोडक्ट के बारे में ज्यादा जानकारी लेना आसान हो जाएगा। इससे इलेक्ट्रॉनिक कचरे को कम करने में मदद मिलेगी और आपका पैसा बचेगा।
अधिक जानकारी के लिए आप वेबसाइट https://righttorepairindia.gov.in/ पर जा सकते हैं।
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