इंफाल। भारतीय सेना न केवल देश की सीमा पर तैनात रहकर ने केवल दुश्मनों से देश की रक्षा करती है बल्कि देश के अंदर कोई आपदा आने पर भी कमान संभाल लेती है। मणिपुर में सेना ने 75 मैतेई हिंदू महिलाओं की जान बचाई है। विद्रोहियों की गोलीबारी से उन्हें सुरक्षित बचाया। असम राइफल्स ने रविवार को इस संबंध में जानकारी दी।
जानकारी के मुताबिक घटना 16 मई की है। विद्रोहियों ने रात में विष्णुपर जिले में लीमाराम के उयोक इलाके में फायरिंग की। विद्रोहियों को नियंत्रित करने के लिए सेना ने मोर्टार का इस्तेमाल किया। असम राइफल्स ने सोशल मीडिया पर इस संबंध में एक फोटो भी अपलोड की है। जीवनदान मिलने पर महिलाओं ने सेना का धन्यवाद दिया।
इससे पहले 15 मई को असम राइफल्स ने मणिपुर में भारी मात्रा में हथियार और युद्ध भंडार बरामद किया। असम राइफल्स ने मणिपुर पुलिस के साथ मिलकर 15 मई 2024 को चुराचांदपुर जिले, मणिपुर में भारी मात्रा में हथियार, विस्फोटक बरामद किए। बरामद वस्तुओं को संगाइकोट पुलिस स्टेशन को सौंप दिया गया।
मणिपुर में केसीपी (टी) उग्रवादी गिरफ्तार
मणिपुर में हथियार और गोला-बारूद की बरामदगी के साथ ही उग्रवादियों के पकड़े जाने का सिलसिला भी लगातार जारी है। इसी सिलसिले में सुरक्षा बलों के अभियान में एक केसीपी (टी) संगठन के कैडर को पकड़ा गया। मणिपुर पुलिस ने बताया कि पुलिस ने इंफाल पश्चिम जिले से केसीपी (टी) संगठन के जिस सक्रिय कैडर को गिरफ्तार किया है, उसकी पहचान इंफाल पश्चिम के लैसराम रोनेन सिंह (48) के रूप में हुई है। वह पाओना और थंगल बाजार इलाके में दुकानों से फिरौती वसूली में शामिल था।उसके पास से मैगजीन के साथ एक .32 मिमि की पिस्तौल, मैगजीन के साथ चार जिंदा कारतूस, दो मोबाइल फोन, एक चार पहिया वाहन, एक बैग, 2500 रुपए नकद और कुछ आपत्तिजनक वस्तुएं बरामद की गईं। आगे की जांच के लिए मामला दर्ज कर लिया गया है।
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