बरेली/ बिजनौर। यूपी के रुहेलखंड इलाके में इस्लाम से नाता तोड़ सनातन संस्कृति में घर वापसी करने वाली मुस्लिम लड़कियों की संख्या बढ़ती ही जा रही है। ताजा मामला बिजनौर का है, जहां की रहने वाली निशा ने हिन्दू धर्म अपना लिया है। मुस्लिम परिवार में जन्मी निशा बरेली के एक आश्रम में वैदिक रीति रिवाज से बिजनौर के ही रहने वाले राजेश कुमार के साथ विवाह के पवित्र बंधन में बंध गई। शादी के बाद निशा ने जीवन साथी बने राजेश के संग जमकर नृत्य भी किया। दोनों का नाचते हुए वीडियो सोशल मीडिया पर वायरल हो रहा है।
इस्लाम छोड़ सनातन राह चुनने वाली निशा बिजनौर के ग्राम सब्दलपुर राजा का ताज की रहने वाली है। वहीं, राजेश कुमार बिजनौर में नहटौर क्षेत्र के गांव मिलक मुकीमपुर का निवासी है। तीन दिन में बरेली पहुंचकर हिन्दू धर्म में घर वापसी करने वाली यह तीसरी मुस्लिम युवती है। बरेली के अगस्त्य मुनि आश्रम के आचार्य पंडित केके शंखधार ने मंत्रोच्चार के बीच निशा और राजेश की शादी संपन्न कराई। विवाह के रस्मों से पहले निशा का गौमूत्र और गंगाजल से शुद्धिकरण कराया गया। इसके बाद निशा ने गायत्री मंत्र का जाप करते हुए हिंदू धर्म में आस्था जताई। राजेश ने निशा के साथ सात फेरे लिए और दुख-सुख में जीवन भर साथ निभाने के वचन के साथ उसकी मांग में सिंदूर भरा, मंगलसूत्र पहनाया।
शादी की रस्में पूरी होने के बाद निशा और राजेश ने साथ-साथ डांस भी किया। वहां मौजूद लोगों ने इसका वीडियो बनाकर सोशल मीडिया पर वायरल कर दिया, जिसको बड़ी संख्या में लोग पसंद कर रहे हैं। राजेश के साथ विवाह के बंधन में बंधने के बाद निशा ने मीडिया से बातचीत में कहा कि उसे शुरू से हिन्दू धर्म अच्छा लगता था। राजेश से दोस्ती हुई तो उसका सनातन संस्कृति की तरफ झुकाव बढ़ता चला गया। बालिग होने के साथ वह अपने भविष्य का फैसला खुद लेने में समर्थ है और हंसी-खुशी से सनातनी धर्म अपनाकर राजेश को अपना जीवनसाथी बनाया है।
बता दें कि रुहेलखंड के सामाजिक-आर्थिक धुरी बरेली और आसपास के जिलों में हिन्दू धर्म में घर वापसी करने वाली मुस्लिम युवतियों की संख्या में लगातार इजाफा हो रहा है। बरेली में अगस्त्य मुनि आश्रम संचालित करने वाले पंडित केके शंखधार अब तक 500 से अधिक युवतियों की हिन्दू धर्म में वापसी करा चुके हैं। पिछले तीन दिन के अंदर ही घर वापसी का यह तीसरा मामला है।
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