लोकसभा चुनाव 2024 के मद्देनजर एक तरफ भारत में पीओके को लेकर बहस के बीच पाकिस्तान में भी पीओके के लोगों ने भारत के साथ जाने की मांगों को तेज कर दिया है। हालात ये हैं कि आजाद कश्मीर के बाशिंदों ने पाकिस्तानी फौज और पुलिस डंडों से मार-मारकर अपने इलाकों से भगा दिया। यहां लोग बढ़ती महंगाई, बिजली, पानी और खाद्यानों के बढ़ते दामों को लेकर कई दिनों से प्रदर्शन कर रहे हैं।
रिपोर्ट के मुताबिक, POK में रहने वाले लोग पाकिस्तानी सेना और वहां की हुकूमत आम लोगों पर लगातार अत्याचार कर रहे हैं। इसी के खिलाफ लोग लगातार अपनी आवाज को बुलंद कर रहे हैं। करें भी क्यों न। क्योंकि कश्मीर से 370 हटने के बाद वहां पर जिस तरह से लोगों का विकास हुआ है, उसे देखकर पीओके के लोगों में भी भारत के साथ जाने की भावना उमड़ पड़ी।
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इस बीच पीओके के एक नेता ने भारत सरकार से अपील की है कि वो इस मामले को संयुक्त राष्ट्र में उठाए। माहौल बिगड़ता देख पाकिस्तान की शहबाज शरीफ सरकार के हाथ-पांव फूल गए हैं। अब पाकिस्तानी सरकार ने लोगों की समझाने की कोशिशें शुरू कर दी हैं। इसी कोशिश के तहत उसने ने केवल इस क्षेत्र के लोगों के विकास के लिए 23 अरब रुपए के पैकेज का ऐलान किया, बल्कि एक कमेटी भी गठित की। हालांकि, अब पीओके के लोग कुछ भी सुनने को तैयार नहीं हैं। लोग केवल भारत के साथ जाने की बातें कर रहे हैं।
लहराया गया था भारतीय झंडा
गौरतलब है कि हाल ही में पाकिस्तान सरकार के दोमुंहे रवैये और गलत नीतियों के खिलाफ पीओके के लोगों ने जमकर प्रदर्शन किया था। उस दौरान पीओके में प्रदर्शनकारियों ने भारत का झंडा फहराया था। जानकारों के मुताबिक, खुद कंगाल हो चुका है और इससे उबरने के लिए उसने हाल ही में अंतरराष्ट्रीय मुद्रा कोष से 24वें बेल आउट पैकेज की मांग की थी।
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