पाकिस्तान चाहे कितना ही मानवाधिकार का दिखावा करे, लेकिन सच तो यही है कि वहां पर अल्पसंख्यकों के बुरे हाल हैं। इस्लामिक कट्टरपंथी स्थानीय प्रशासन के गठजोड़ से लगातार अल्पसंख्यकों का दमन कर रहे हैं। इसी क्रम में सिंध प्रान्त में एक बार फिर से एक हिन्दू नाबालिग का अपहरण कर उसे जबरन इस्लाम में परिवर्तित करने का मामला सामने आय़ा है।
इंटरवेंशन न्यूज के मुताबिक, पीड़िता का नाम माया है और वह अभी नाबालिग है। पीड़िता सिंध के बाघो कोहली की रहने वाली है। हाल ही पीड़िता का इस्लामिक कट्टरपंथियों ने अपहरण कर लिया (हालांकि, अभी तक वारदात की तारीख और जगह स्पष्ट नहीं है)। इसके बाद कट्टरपंथी उसे समारो स्थित एक दरगाह गुलजार ए खलील ले गए। कट्टरपंथियों ने दरगाह के पीर आगा जान सरहंदी के जरिए जबरन उसका इस्लामिक कन्वर्जन करवा दिया।
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इस्लामिक कन्वर्जन के बाद आरोपियों ने तुरंत पीड़िता जबरन निकाह मुहम्मद रमजान के साथ करवा दिया। इस घटना के बाद हिन्दू समुदाय और मानवाधिकार कार्यकर्ताओं ने इस घटना को लेकर आक्रोश व्यक्त करते हुए पीड़िता को मुक्त कराने और आरोपियों के खिलाफ सख्त कार्रवाई करने की मांग प्रशासन से की।
बताया जाता है कि पाकिस्तान के सिंध में हिन्दुओं की आबादी सबसे अधिक है और इसी कारण से यह प्रांत कट्टरपंथियों के निशाने पर रहता है। यहां पर इस्लामिक कट्टरपंथी लगातार हिन्दू लड़कियों के साथ रेप, अपहरण और उनका इस्लामिक कन्वर्जन करते रहे हैं। पाकिस्तान में धार्मिक अल्पसंख्यकों के जबरन इस्लामीकरण के कारण इस्लामी गणराज्य में उनकी आबादी में भारी गिरावट आई है।
गौरतलब है कि पिछले महीने भी इसी तरह की घटना प्रकाश में आई थी जहां सिंध में ही गुजराती समुदाय की 13 वर्षीय नाबालिग हिन्दू लड़की नीना का इस्लामिक कट्टरपंथी ने अपहरण कर लिया था. इसके बाद आरोपी ने जबरन बच्ची का इस्लामिक कन्वर्जन करवाने के बाद निकाह कर लिया। जबकि, आरोपी पहले से ही तीन बच्चों का अब्बू था।
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