कोलकाता। संदेशखाली में पिछले तीन दिनों से हालात फिर बिगड़े हुए हैं। पुलिस लोगों में सुरक्षा का भाव नहीं जगा पा रही है, जिसकी वजह से सोमवार को विरोध-प्रदर्शन की शुरुआत हुई थी। उसके बाद महिलाएं हर रात जागकर इलाके में तृणमूल (TMC) नेताओं और पुलिस को घुसने नहीं दे रही हैं। संदेशखाली के बट्टाला इलाके में महिलाएं रात में जाग रही हैं। रात्रि पहरे पर बैठी महिलाओं ने कहा, ”वे हमें कोई सुरक्षा नहीं दे पा रहे हैं। इसलिए हमने ये फैसला लिया है।” महिलाएं झाड़ू लेकर गांव की रखवाली के लिए सड़कों पर उतरीं हैं।
संदेशखाली थाने का किया था घेराव
बीते रविवार को ग्रामीणों ने संदेशखाली थाने का घेराव किया था। इसके बाद प्रदर्शनकारी ग्रामीणों के एक समूह ने स्थानीय तृणमूल नेताओं का पीछा किया था। इस मामले में पुलिस ने चार महिलाओं को गिरफ्तार कर लिया। इसके विरोध में सोमवार दोपहर ग्रामीणों ने व्यापक विरोध प्रदर्शन किया।
ये भी पढ़ें – संदेशखाली पर ममता सरकार को सुप्रीम कोर्ट ने लगाई फटकार, कहा- ‘CBI करती रहेगी जांच’
गिरफ्तारी के खिलाफ सड़क पर टायर जलाकर विरोध प्रदर्शन किया गया। उसके बाद, जैसे-जैसे रात बढ़ती गई, संदेशखाली की महिलाओं ने रात की निगरानी की यह अनूठी पहल शुरू की है। महिलाओं का कहना है कि इस तरह से निगरानी जारी रहेगी। गौरतलब है कि तृणमूल नेताओं पर संदेशखाली में महिलाओं के यौन उत्पीड़न का आरोप है। TMC का नेता रहा शेख शाहजहां और उसके दो साथियों शिबू हाजरा और उत्तम सरदार की दरिंदगी सामने आई थी। उन पर महिलाओं से सामूहिक दुष्कर्म और लोगों की जमीन हड़पने का आरोप है। शाहजहां शेख के घर पर राशन घोटाले के संबंध में ईडी जांच करने गई थी, तब उसके समर्थकों ने ईडी के अधिकारियों पर हमला भी किया था।
(सौजन्य – एजेंसी)
टिप्पणियाँ