पटियाला। पंजाब पुलिस की एंटी गैंगस्टर टास्क फोर्स ( एजीटीएफ) ने बड़ी सफलता हासिल की है। विदेश में बैठे इकबालप्रीत सिंह उर्फ बुच्ची द्वारा चलाए जा रहे आतंकी माड्यूल का पर्दाफाश कर मुख्य संचालक गुरविंदर सिंह उर्फ शेरा समेत चार सदस्यों को गिरफ्तार किया है। यह जानकारी डीजीपी गौरव यादव ने दी।
जानकारी अनुसार शेरा, ज़मानत पर था। एजीटीएफ 2022 में उसे पहले भी गिरफ्तार कर चुकी है। इकबालप्रीत बुच्ची ने गुरविंदर शेरा को टारगेट किलिंग के लिए 1. 50 लाख रुपए दिए थे। तीन अन्य आतंकियों की पहचान गुरप्रीत सिंह निवासी पटियाला, रणजीत सिंह उर्फ सोनू और जगजीत सिंह उर्फ जश्न (निवासी पट्टी, तरनतारन) के तौर पर हुई है। पुलिस ने इनके कब्ज़े से तीन पिस्तौल, 13 कारतूस बरामद, स्कॉर्पियो बरामद की है।
डीजीपी गौरव यादव ने बताया कि सूचना पर एडीजीपी प्रमोद बान के नेतृत्व में एजीटीएफ की टीमों ने राजपुरा के लिबर्टी चौक पर नाका लगाया। एआईजी गुरमीत सिंह चौहान और एआईजी संदीप गोयल की निगरानी और डीएसपी बिक्रमजीत सिंह बराड़ के नेतृत्व में पुलिस टीमों ने आरोपियों को उस समय काबू किया जब वे स्कॉर्पियो से कहीं जा रहे थे।
पूछताछ दौरान गुरविंदर शेरा ने खुलासा किया कि इकबालप्रीत बुच्ची ने अपने गिरोह को फिर संगठित कर लिया है और सीमावर्ती जिलों में अमन- शांति को भंग करने के लिए पंजाब में सनसनीखेज़ वारदात को अंजाम देने की योजना बना रहा है।
इकबालप्रीत बुच्ची मारे गए आतंकी हरदीप सिंह निज्जर के संपर्क में था और रमनदीप बग्गा उर्फ कैनेडियन का नजदीकी साथी भी है। रमनदीप वर्ष 2016- 2017 दौरान टारगेट किलिंग की 7 वारदात में मुख्य शूटर था और उसके खिलाफ 11 संज्ञेय आपराधिक केस चल रहे है। इस समय रमनदीप बग्गा दिल्ली की तिहाड़ जेल में बंद है।
एआईजी संदीप गोयल ने बताया कि इस कट्टरपंथी ग्रुप में और सदस्यों के बारे में जानकारी जुटाई जा रही है। इस संबंध में और गिरफ़्तारियां होने की उम्मीद है।
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