हरिद्वार: पावन गंगा की जिस हरकी पैड़ी क्षेत्र में गैर सनातनी लोगों के प्रवेश पर पाबंदी है। उसी क्षेत्र की पार्किंग में मुस्लिम ठेकेदार नुमाइश लगाने जा रहे थे, हिंदू संगठनों के द्वारा इस खबर के वायरल करने के बाद मुख्यमंत्री पुष्कर सिंह धामी ने संज्ञान लिया और हरिद्वार प्रशासन का जवाब तलब किया है। मुख्यमंत्री धामी के निर्देश मिलते ही उक्त नुमाइश की अनुमति को रद्द कर दिया गया है।
जानकारी के मुताबिक, सोशल मीडिया पर हरिद्वार की हरकी पैड़ी क्षेत्र की पंतद्वीप पार्किंग में 16 मई से 16 जून तक नुमाइश लगाने की अनुमति हरिद्वार प्रशासन द्वारा दी गई थी। नुमाइश के ठेकेदार इकबाल और नौशाद द्वारा यहां दुकानें झूले आदि लगाने का काम शुरू कर दिया गया। बड़ी संख्या में मुस्लिम दुकानदार और झूले स्वामियों ने यहां आकर डेरा डाल दिया।
इस बात की खबर हिंदू संगठनों को हुई तो उन्होंने प्रशासन के समक्ष विरोध दर्ज किया। दरअसल, हरिद्वार में गंगा घाटों में गैर सनातनी लोगों के प्रवेश पर पाबंदी है और ये नियम सालों से नगर निगम के बायलॉज में दर्ज भी है।
श्री गंगा सभा के कार्यकर्ता ऐसे मामलो की निगरानी भी करते रहे हैं। इन दिनों चार धाम यात्रा चल रही है, सनातन धर्म की ये सबसे बड़ी तीर्थ यात्रा मानी जाती है, जिसका पहला पड़ाव हरिद्वार हर की पैड़ी माना जाता है, जहां हिंदू , गंगा स्नान करके ही हिमालय की यात्रा शुरू करता है।
हर की पैड़ी के ठीक बराबर में नुमाइश लगा कर मुस्लिम दुकानदारों को दुकानें, झूले आदि की अनुमति किसने और किस आधार पर जारी कर दी? इस पर विवाद,सोशल मीडिया पर उठने लगा।
ये मामला मुंबई में चुनाव प्रचार कर रहे मुख्यमंत्री पुष्कर सिंह धामी के संज्ञान में भी आया। श्री धामी ने तत्काल हरिद्वार प्रशासन को कड़े स्वरों में आख्या देने को कहा, जिसके बाद हरिद्वार प्रशासन ने उन्हें अवगत कराया कि नुमाइश की अनुमति को रद्द कर दिया गया है।
सीएम धामी ने कहा है कि हरिद्वार के सनातन स्वरूप को, देव भूमि के सनातन स्वरूप को हम बिगड़ने नही देंगे। नुमाइश की अनुमति को रद्द कर दिया गया है।
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